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NEET Result 2023: कश्मीरी मौलवी की जुड़वा बेटियों ने पहली बार में पास किया नीट यूजी, बताया स्टडी प्लान

NEET UG Result 2023: नीट यूजी एग्जाम क्वालीफाई करने वाली जुड़वा बहनें दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में दामल हांजीपोरा की रहने वाली हैं. सैयद बिस्माह और सैयद सबिया ने अपने पहले अटेंप्ट में नीट यूजी परीक्षा पास की है. उन्होंने इसके पीछे जो स्टडी प्लान करके पढ़ाई की थी, आजतक के साथ शेयर की.

सैयद बिस्माह और सैयद सबिया (फोटो: उमैसर गुल) सैयद बिस्माह और सैयद सबिया (फोटो: उमैसर गुल)
अशरफ वानी
  • कुलगाम,
  • 14 जून 2023,
  • अपडेटेड 1:35 PM IST

NEET UG Result 2023: अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2023 रिजल्ट जारी होने के बाद लाखों उम्मीदवारों के घरों में खुशियां मनाई जा रही हैं. रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी देश की कठिन परीक्षा माने जाने वाली नीट परीक्षा में सफलता हासिल करने की बधाई दे रहे हैं. लेकिन कश्मीर के एक घर में नीट परीक्षा पास करने की दोगुनी खुशी है. क्योंकि यहां दो जुड़वा बहनों ने एक साथ नीट यूजी 2023 एग्जाम दिया और क्वालीफाई किया है. सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों बहनों ने अपने पहले अटेंप्टट में ही नीट यूजी एग्जाम क्वालीफाई किया है.

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मौलवी की बेटियों ने पहले अटेंप्ट में पास किया नीट
नीट यूजी एग्जाम क्वालीफाई करने वाली ये जुड़वा बहनें दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में दामल हांजीपोरा की रहने वाली हैं. कुलगाम जिले के दूर गांव वाटू के मौलवी सैयद सज्जाद हुसैन की सैयद बिस्माह और सैयद सबिया दोनों बेटियों ने कश्मीर की वादी में अपनी सफलता का रंग बिखेर दिया है, जो वाकई में सराहनीय है.

नीट एग्जाम में काम आई ये स्टडी प्लानिंग
सैयद बिस्माह और सैयद सबिया ने अपने पहले अटेंप्ट में नीट यूजी परीक्षा पास की है. उन्होंने इसके पीछे जो स्टडी प्लान करके पढ़ाई की थी, आजतक के साथ शेयर की. सैयद बिस्माह ने कहा कि अगर आप नीट देना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना लेवल चेक करें कि कमजोरी कहां है, इसके बाद शिक्षकों के साथ अपनी समस्याओं पर चर्चा करें या फिर कमजोरी से बचने के लिए इंटरनेट की भी मदद ले सकते हैं.

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पढ़ाई के लिए माता-पिता ने दिया है बड़ा बलिदान: सैयद गर्ल्स
सैयद बिस्माह और सैयद सबिया दोनों की सफलता किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं है. क्योंकि इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और माता-पिता का सहयोग शामिल है.

सैयद बिस्माह और सैयद सबिया (फोटो: उमैसर गुल)

उन्होंने कहा कि इस तरह के लक्ष्य को हासिल करने में हमारे माता-पिता का बहुत सहयोग रहा. साबिया ने कहा, "बचपन से लेकर आज तक हमें जो कुछ भी चाहिए, हमारे माता-पिता ने हमें दिया है, जो अपने आप में एक बड़ा बलिदान है." 

 


 

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