
पटना के सरकारी अस्पताल इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने नए रिक्रूट होने वाले डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ से पूछा है कि क्या वे वर्जिन हैं या नहीं ? हॉस्पिटल ने पुरुष स्टाफ से कहा है कि वे बताएं कि उनकी एक से अधिक पत्नियां तो नहीं हैं.
महिला स्टाफ को यह भी बताने को कहा गया है कि अगर वे शादीशुदा हैं, तो क्या उनके पति की और कोई पत्नी तो नहीं रह रही है? हॉस्पिटल के डिप्टी मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने कहा है कि ऐसा नियमों के तहत पूछा गया है. यह नियम इंस्टीटयूट के 1984 में बनने से ही लागू है.
उन्होंने कहा कि सभी को यह फॉर्म भरना होता है. उन्होंने कहा कि किसी भी गलत स्थिति से बचने के लिए यह फॉर्म भराया जाता है. मंडल के मुताबिक, सेंट्रल सर्विस रुल में ऐसा प्रावधान है कि अगर किसी महिला की मौत हो जाती है तो उसका ब्वॉयफ्रेंड उसकी जगह पर नौकरी के लिए क्लेम कर सकता है. इसी के लिए इस तरह की जानकारी मांगी जाती है.
हालांकि, इन बातों से इतर मंडल ने यह भी स्वीकार किया वर्जिनिटी शब्द का इस्तेमाल गलत है, इसकी जगह पर शादी या गैर शादीशुदा पूछा जाना चाहिए.
अब खबर आ रही है कि हंगामे के कारण संस्थान ने मैरिज डिक्लरेशन फॉर्म में बदलाव कर दिए हैं.