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जन्मदिन: अंग्रेजी, उर्दू में पढ़ाई कर हरिवंश राय बच्चन बने हिंदी के कवि

आज हिंदी भाषा के एक कवि और लेखक हरिवंश राय श्रीवास्तव 'बच्चन' का जन्मदिन है. वो हिंदी के प्रमुख कवियों में से एक हैं. उन्हें सबसे अधिक लोकप्रियता 'मधुशाला' की वजह से मिली और मधुशाला उनकी सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है.

हरिवंश राय बच्चन हरिवंश राय बच्चन
मोहित पारीक
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 4:24 PM IST

आज हिंदी भाषा के कवि और लेखक हरिवंश राय श्रीवास्तव 'बच्चन' का जन्मदिन है. वो हिंदी के प्रमुख कवियों में से एक हैं. उन्हें सबसे अधिक लोकप्रियता 'मधुशाला' की वजह से मिली और मधुशाला उनकी सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है. उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई की और वो कई राजकीय पदों पर भी रहे. उन्होंने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में भी हिंदी विशेषज्ञ के तौर पर काम किया था और उन्हें राज्य सभा सदस्य भी मनोनीत किया गया. बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन उनके पुत्र हैं.

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अंग्रेजी साहित्य में की पढ़ाई

खास बात ये है कि उन्होंने हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में पढ़ाई की और वो हिंदी के जाने माने कवि बने. उन्होंने कायस्थ पाठशाला में पहले उर्दू की शिक्षा ली. उसके बाद उन्होंने प्रयाग विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एम.ए. और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य के विख्यात कवि डब्लू बी यीट्स की कविताओं पर शोध करते हूए पीएचडी की.

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प्रमुख कृतियां

मधुशाला उनकी सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है. इसके अलावा इन प्रमुख कृतियों में मधुबाला, मधुकलश, मिलन यामिनी, प्रणय पत्रिका, निशा निमंत्रण, दो चट्टानें आदि शामिल हैं. कविताओं में तेरा हार, एकांत संगीत, आकुल अंतर, सतरंगिनी, हलाहल, बंगाल का काल, सूत की माला, खादी के फूल, प्रणय पत्रिका आदि शामिल है. साथ ही अग्निपथ, क्या है मेरी बोरी में, नीड का निर्माण, गीत मेरे आदि रचनाएं भी काफी लोकप्रिय हुई.

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मैं मधुबाला मधुशाला की, मैं मधुशाला की मधुबाला

पुरस्कार

उन्हें 'दो चट्टाने' को लेकर हिंदी कविता के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके बाद उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार और एफ्रो एशियाई सम्मेलन के कमल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. बिड़ला फाउंडेशन ने उनकी आत्मकथा के लिए उन्हें सरस्वती सम्मान दिया. बच्चन को भारत सरकार ने साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया.

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