
DU में दाखिले की दौड़ में अब तक दो कट-ऑफ लिस्ट आ चुकी है. लेकिन अच्छे और मनचाहे कॉलेज का असमंजस अभी भी छात्रों के बीच बना हुआ है. दरअसल इस साल पहली कट-ऑफ लिस्ट में .50 प्रतिशत की डिप देखी गई और इसीलिए दूसरी कट-ऑफ लिस्ट से छात्रों को काफी उम्मीदें रही थी लेकिन सेकंड कट-ऑफ लिस्ट में ना तो डिप देखी गई और तो और हिन्दू LSR और SRCC जैसे पॉपुलर कॉलेजों ने पहली ही लिस्ट के बाद अपने सभी पॉपुलर सब्जेक्ट्स में एडमिशन क्लोज कर दिए.
सेकंड कट-ऑफ लिस्ट के बाद से छात्र बिना मन के विषयों के साथ कॉलेजों में अपनी सीट रिजर्व करवा रहे हैं. लेकिन अभी भी इन छात्रों के मन में तीसरी कट-ऑफ लिस्ट से बेहतर कॉलेज में जाने की उम्मीद कायम है. दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय प्रबंधन का मानना है कि पहली लिस्ट में डिप का मकसद ही जल्दी से एडमिशन प्रक्रिया को अंजाम देना था.
छात्रों के बीच नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों का ज्यादा क्रेज है और इसीलिए हर छात्र के मन में अभी किसी भी कॉलेज में सीट रिजर्व करवा कर बेहतर कॉलेज में जाने का असमंजस बना हुआ है. छात्रों की मानें तो जब तक कट-ऑफ लिस्ट आती है तब तक बेहतर कॉलेज मिलने की संभावना बनी रहती है और इसीलिए बच्चे इसी असमंजस और उम्मीद के साथ दाखिला ले रहे हैं.