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Facebook देगा पत्रकारों को नौकरी, इस योग्यता के आधार पर होगा चयन

अमेरिका में प्रिंट मीडिया के क्षेत्र में नौकरियों का संकट है. इस संकट को देखते हुए फेसबुक ने पेशेवर पत्रकारों को नौकरी देने का फैसला किया है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
मानसी मिश्रा/aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 10:44 PM IST

अमेरिका में प्रिंट मीडिया के क्षेत्र में नौकरियों का संकट है. इस संकट को देखते हुए फेसबुक ने पेशेवर पत्रकारों को नौकरी देने का फैसला किया है.

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक फेसबुक भी खबरें परोसने का तरीका बदलने की तैयारी कर रहा है. अब फेसबुक खबरें देने के लिए एल्गोरिदम का इस्तेमाल करने के बजाय पेशेवर पत्रकारों की मदद लेगा. इसी को देखते हुए फेसबुक ने बड़ी संख्या में पत्रकारों की नियुक्ति का फैसला लिया है.

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फेसबुक के इस फैसले को कई विशेषज्ञ सराह रहे हैं तो कई ये भी कह रहे हैं कि इससे संकटग्रस्त मीडिया उद्योग में नई जान पड़ने की ज्यादा संभावना नहीं है. फेसबुक ने मंगलवार को कहा कि वह राष्ट्रीय स्तर के बड़े समाचारों के चुनाव के लिये पत्रकारों की एक छोटी टीम बनाएगा. ये टीम ये सुनिश्चित करेगी कि फेसबुक के प्लेटफार्म पर जो खबरें आ रही हैं वो पूरी तरह से तथ्यपरक और सही हैं. नये बदलाव के अंतर्गत अब फेसबुक पर न्यूज पहले की तरह न्यूज फीड के बजाय न्यूज टैब सेक्शन में दिखेगी.

फेसबुक पत्रकार समाचार साइट से खबरें चुनेंगे और उनकी सुर्खियां या सामग्री में बदलाव नहीं करेंगे. फेसबुक ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह पत्रकारिता में सहयोग के लिए विशेषकर स्थानीय समाचार संगठनों में तीन साल में 3000 लाख अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी.

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अमेरिका में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच प्रिंट मीडिया संकट का सामना कर रहा है और समाचार पत्रों की जगह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ले रहे हैं. बीते 15 साल में अमेरिका में करीब 2000 अखबार बंद हो चुके हैं, जिससे लोगों को स्थानीय घटनाओं के बारे में कम जानकारी मिल पाती. प्यू अनुसंधान केंद्र के पिछले साल जारी सर्वे के अनुसार 2008 से 2018 तक अमेरिकी समाचार पत्रों में काम कर रहे पत्रकारों की संख्या में 47 प्रतिशत की कमी आ गई है.

डेलावेयर विश्वविद्यालय में संचार की प्रोफेसर डेना यंग ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि सैद्धांतिक रूप से मैं इसे बेहद सकारात्मक कदम मानती हूं, इससे नई आशा जगी है. उन्होंने कहा कि ये फैसला परिवर्तनकारी नहीं है क्योंकि जरूरी नहीं कि इससे उन लोगों के व्यवहार में बदलाव आए जो अपनी फीड पर जानकारियां हासिल करने के आदी हैं.

यंग ने ये भी साफ किया कि फेसबुक मीडिया कंपनी नहीं है इसलिए फेसबुक के लिए काम करने से पहले मैं नैतिक, मजबूत पत्रकारिता के लिए उनकी प्रतिबद्धता देखना चाहती हूं. फेसबुक की ओर से लिए गए इस फैसले के बाद पत्रकारिता कर रहे नये छात्रों को भी बेहतर करियर बनाने में मदद मिल सकती है. फिलहाल कितनी वैकेंसी निकाली जाएंगी और किस तरह पत्रकारों का चयन होगा, फेसबुक ने ये क्‍लियर नहीं किया है.

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