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मदरसे में राष्ट्रगान की प्रैक्टिस करवाने पर हेडमास्टर को पीटा

कोलकाता के एक मदरसे के हेडमास्टर के खिलाफ राष्ट्रगान की प्रैक्टिस कराने के लिए फतवा जारी किया गया है.

Kazi Masum Akhtar Kazi Masum Akhtar
स्नेहा
  • कोलकाता,
  • 06 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 8:16 PM IST

कोलकाता के एक मदरसे के हेडमास्टर को मौलाना और उनके समर्थकों ने सिर्फ इस बात के लिए मारा-पीटा कि वे स्टूडेंट को गणतंत्र दिवस की तैयारी के लिए राष्ट्र गान की प्रैक्टिस करवा रहे थे.

काजी मासूम अख्तर, कोलकाता के तलपुकुर मदरसे के हेडमास्टर हैं. सूत्रों के अनुसार मदरसे के मौलाना और उनके समर्थकों ने उन्हें मदरसे में राष्ट्र गान की प्रैक्टिस कराने के लिए मारा-पीटा. हालांकि दूसरे पक्ष का कहना है कि राष्ट्ररगान गाने पर मदरसे में कोई पाबंदी नहीं है और यहां तक की डायरी में शुरू में ही राष्ट्रगान का जिक्र है. प्रबंध समिति ने कहा कि छात्रों के परिवारवालों की शिकायत थी की हेडमास्टर लड़कों को भड़काऊ बातें सिखाता था.

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अख्तर ने अपनी सुरक्षा के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य अल्पसंख्यक कमीशन के चेयरमैन को छह बार गुहार लगाई लेकिन उन्हें अभी तक सुरक्षा देने का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. मौलवी ने अख्तर के खिलाफ फतवा जारी किया है, जिसमें यह कहा गया है कि राष्ट्र गान एक हिंदुवादी गीत है.

अख्तर को मार्च में भी आयरन रॉड से पीटा गया था. फतवा के अनुसार अगर वह कुर्ता-पायजामा और बढ़ी हुई दाढ़ी के साथ मदरसा नहीं जाएंगे तो उन्हें वहां प्रवेश नहीं मिलेगा. अख्तर को मदरसे के मौलान ने यह भी कहा है कि हर सप्ताह वह अपनी फोटो भेजें ताकि उनके दाढ़ी की लंबाई की जांच की जा सके. कोलकाता पुलिस कमीश्नर ने अल्पसंख्यक आयोग को लिखा है कि वह सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए इस स्थिति में नहीं है कि अख्तर को सुरक्षा दे सकें.

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