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इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-दिल्ली यानी IIT-D जल्द ही एक वर्कशॉप आयोजित करने जा रहा है. इस वर्कशॉप का थीम होगा 'साइंटिफिक वेलिडेशन ऑफ पंचगव्य'. इसमें गाय की पांच चीजों- मूत्र, दूध, दही, घी और गोबर को तैयार करके बनाए गए उत्पादों की उपयोगिता के बारे में बात की जाएगी.
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दो दिन तक चलने वाली इस वर्कशॉप में पांच विषयों पर चर्चा होगी. इसमें विभिनन 125 से ज्यादा वैज्ञानिक भाग लेंगे. साथ ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और अन्य रिसर्च लेब्रोट्रीज भी इसमें शिरकत करेंगी.
वैज्ञानिक अौर प्रोफेसर्स चर्चा करेंगे कि किस तरह से पंचगव्य और उससे संबंधित उत्पादों को ग्रामीण विकास, मेडिसिन के लिए और खाद्य पदार्थों में प्रयोग किया जा सकता है. गौरतलब है कि 'साइंटिफिक वेलिडेशन एंड रिसर्च ऑन पंचगव्य' को सेंटर फॉर रूरल डेवलेपमेंट एंड टेक्नोलॉजी, IIT दिल्ली मिलकर आयोजित कर रहा है. HRD के तहत चलाया जा रहा उन्नत भारत अभियान भी इसमें सहभागी है.
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IIT-D के एक प्रोफेसर ने कहा, 'पंचगव्य भारत में पहले से मौजूद है. अब इसके और इससे संबंधित उत्पादों का वैज्ञानिक प्रमाणन आवश्यक हो गया है. हम यह देखने का प्रयास करेंगे कि इसके फायदों का जो दावा किया जाता है वह ठीक है या नहीं. एक बार सर्टिफाई होने पर ये उत्पाद और लोकप्रिय हो जाएंगे.'