
IIT में 11वीं रैंक लाने वाले तन्मय शेखावत को बीएमडब्ल्यू कार उपहार में मिली थी. सीकर के 'समर्पण' कोचिंग संस्थान के होनहार छात्र तन्मय शेखावत को कोचिंग के डायरेक्टर आर एल पूनिया ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार गिफ्ट दी थी. लेकिन तन्मय के पिता राजेश्वर सिंह ने इसे लेने से मना कर दिया था. वजह थी कि 27 लाख रूपए कीमत वाली कार पर टैक्स नौ लाख रूपए था, जिसे वो अफोर्ड नहीं कर सकते थे. तन्मय की मां की बीमारी और हर तीसरे दिन डायलेसिस का खर्च होने की वजह से वो कार लेने से मना कर रहे थे.
24 राज्यों में B.Ed संस्थान खोलगा NCERT
लेकिन अब किस्मत ने और बड़ा तोहफा दिया है. 27 लाख की इस कार को नीलामी के लिए रखा गया. हैदराबाद के लाम्बाद ग्रुप और मुंबई के फंडन ग्रुप ने एक साथ इस कार को 53 लाख 50 हजार रूपए में खरीदकर तन्मय शेखावत को एक सौगात दी है.
समारोह में बीएमडब्ल्यू कार की नीलामी शुरू हुई तो 27 लाख की कार की बोली पांच लाख से शुरू हुई जो 31 लाख तक पहुंची. ओंकार ग्रुप के अशोक चौधरी ने 31 लाख की बोली लगाई तो मुम्बई के फंडन ग्रुप और हैदराबाद के लांबा ग्रुप ने संयुक्त रूप से कार की बोली 51 लाख लगा दी. इसके बाद से अशोक चौधरी ने बोली बढ़ाकर 53 लाख 50 हजार कर दी.
DU: एडमिशन के समय बताना होगा लोकल गार्जियन का नाम
खरीददारों का कहना है कि यह राशि तन्मय की पढ़ाई के साथ-साथ तन्मय की माताजी के इलाज में काम आएगी. ये एक अच्छे मकसद के लिए किया गया है. वहीं, संस्थान के संस्थापक का कहना था कि उन्हें उम्मीद नही थी कि बोली इतनी ऊंची जाएगी. वहीं तन्मय के पिता इससे काफी खुश हैं क्योंकि कार को लेने में जो उन्हें दिक्कत आ रही थी वो अब दूर हो गई है.