जिन्हें पूरी दुनिया रेडियो का जनक कहती है...

जेसी बोस को दुनिया एक वैज्ञानिक, पॉलीमैथ, फिजिसिस्ट, बायलॉजिस्ट, बॉटनिस्ट और आर्केलॉजिस्ट होने के साथ-साथ साइंस फिक्शन के शुरुआती लेखकों में भी शुमार किए जाते रहे. वे वे साल 1858 में 30 नवंबर के रोज ही पैदा हुए थे.

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JC Bose JC Bose

विष्णु नारायण

  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:47 AM IST

इतिहास के पन्नों में देखें तो मार्कोनी को रेडियो के जनक के तौर पर जाना जाता है लेकिन इस पर दुनिया कई तरह की बातें करती है. कुछ लोग रेडियो का श्रेय निकोला टेस्ला को देते हैं तो वहीं कुछ लोग जगदीश चंद्र बोस को इसका श्रेय देते हैं. जगदीश एक वैज्ञानिक होने के साथ-साथ पॉलीमैथ, फिजिसिस्ट, बायलॉजिस्ट, बॉटनिस्ट और आर्केलॉजिस्ट होने के साथ-साथ साइंस फिक्शन के शुरुआती लेखकों में भी शुमार किए जाते रहे. वे साल 1858 में 30 नवंबर के रोज ही पैदा हुए थे और साल 1937 में 23 नवंबर के रोज उनका देहावसान हुआ.
आज उनकी जयंती के मौके पर गूगल इंडिया ने भी इस महान शख्सियत को अपने डूडल के मार्फत श्रद्धांजलि और सम्मान अर्पित किया है.

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1. उन्हें रेडियो के साथ-साथ माइक्रोवेव ऑप्टिक्स के आविष्कार का भी श्रेय जाता है.

2. उन्हें केस्कोग्राफ के आविष्कार का श्रेय भी जाता है. इसके जरिए विभिन्न उत्तेजनाओं को मापा जा सकता था.

3. दुनिया (अमरीका) की महत्वपूर्ण संस्था IEEE ने उन्हें रेडियो विज्ञान के पिता की उपाधि दी थी.

4. उन्हें बंगाली साइंस फिक्शन का पितामह भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने 1896 मे 'निरुद्धेश्वर काहिनी' लिखी थी.

5. ऐसा दावा किया जाता है कि उन्होंने वायरलैस रेडियो का आविष्कार किया था लेकिन इसका क्रेडिट मार्कोनी ले उड़े.

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