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भारतीय मूल की हैं निक्की हेली, अब नहीं लड़ेंगीं ट्रंप के खिलाफ चुनाव

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत के पद से निक्की हेली का इस्तीफा होने के साथ ही ये भी साफ हो गया है कि उदारवादी रिपब्लिकन समझी जाने वाली हेली 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में नहीं उतरेंगी.

निक्की हेली निक्की हेली
मोहित पारीक
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निक्की हेली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हेली के इस अचानक लिए गए फैसले से व्हाइट हाउस में अधिकतर लोग हैरान हैं क्योंकि उनके पद छोड़ने की योजना का कोई संकेत नहीं था. साथ ही ये भी साफ हो गया है कि उदारवादी रिपब्लिकन समझी जाने वाली हेली 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में नहीं उतरेंगी. साथ ही वो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रचार करेंगी.

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बता दें कि निक्की हेली सिख परिवार में जन्मीं निम्रत 'निक्की' रंधावा को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमरीका की ओर से संयुक्त राष्ट्र का राजदूत नियुक्त किया था. वह ऐसी किसी भी उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय मूल की महिला हैं. उन्हें अमरीका में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया.

हेली प्राइमरी चुनाव में ट्रंप के बजाय सीनेटर मार्को रुबियो के पक्ष में थीं. हालांकि आम चुनाव से पहले ही वह खुलकर ट्रंप के पक्ष में आ गई थीं. उनकी शादी माइकल हेली से हुई है. उनके दो बच्चे रेना और नलिन हैं. हेली ओरेंजबर्ग प्रीपरेटरी स्कूल, इंक से स्नातक और क्लेमसन विश्वविद्यालय के लेखा स्नातक (बीएस) हैं.

उन्होंने शादी की रस्म चर्च और गुरुद्वारा दोनों में आयोजित की थी. उन्होंने रिपब्लिकन प्राइमरी में सेनेटर मार्को रुबियो का समर्थन किया था, लेकिन जनरल इलेक्शंस में ट्रंप का समर्थन किया. वहीं, ट्रंप ने कहा है, "निकी हेली मेरे लिए बहुत ख़ास रही हैं. उन्होंने बेहद शानदार काम किया है." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा है कि यूएन में निकी हेली की जगह लेने वाले व्यक्ति के नाम की घोषणा अगले दो से तीन हफ़्तों में की जाएगी.

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