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सेना के अलावा ये हैं भारत की टॉप 10 फोर्स!

हमारा देश लगातार तरक्की की सीढ़ी चढ़ता जा रहा है और इसमें हमारे देश के सुरक्षा बलों का भी अहम योगदान है. भारत की तीनों सेनाओं के साथ ही कई स्पेशल फोर्स भी हैं जो पीस टाइम भी भारत में शांति व्यवस्था कायम रखती है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
मोहित पारीक
  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 7:39 PM IST

हमारा देश लगातार तरक्की की सीढ़ी चढ़ता जा रहा है और इसमें हमारे देश के सुरक्षा बलों का भी अहम योगदान है. भारत की तीनों सेनाओं के साथ ही कई स्पेशल फोर्स भी हैं जो पीस टाइम भी भारत में शांति व्यवस्था कायम रखती है. आइए जानते हैं उन सुरक्षा बलों के बारे में जो देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहती है...

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गरुड़: भारतीय वायुसेना अब विश्व में किसी भी दूसरी वायुसेना का मुकाबला करने में सक्षम है. वायुसेना की गरुड़ कमांडो फोर्स दुश्मन को नेस्तनाबूत करने की क्षमता रखती है. वायुसेना के विशेष टास्क पर कमांडो कार्रवाई के लिए कमांडो फोर्स गरुड़ तैयार की गई है. इनमें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) व मारकोस (नेवी) के कमांडो की विशेषताएं हैं.

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कोबरा: यह नक्सलवादियों से लड़ने के लिए बनाई गई आंध्र प्रदेश के विशेष टास्क फोर्स (ग्रेहाउंड) की ही तरह है. कोबरा के गठन में 898.12 करोड़ रुपये जमीन खरीदने और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास पर खर्च किए गए थे और 491.35 करोड़ रुपये जवानों के प्रशिक्षण पर खर्च किए गए थे.

स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी): स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का गठन भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए किया गया था. ये रिंग राउंड टीम और कई अन्य तरीकों से उनकी सुरक्षा करती हैं.

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सीआईएसएफ: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का गठन 15 जून 1983 को किया गया था. सीआईएसएफ दुनिया का सबसे बड़ा औद्योगिक सुरक्षा बल है. सीआईएसएफ के करीब 2 लाख जवान भारत में स्थापित करीब 300 औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ कई अन्य इकाइयों को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं.

सीआरपीएफ: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बल है. सीआरपीएफ के जवान विषम परिस्थितियों में देश के नागरिकों की सुरक्षा करते हैं.

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मारकोस: मारकोस भारतीय नौसेना के जांबाज कमांडो की साहसी फोर्स है. यह मरीन कमांडो दस्ता है.

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी): एनएसजी भारत की एक विशेष प्रतिक्रिया यूनिट है जिसका गठन मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के लिए किया गया है.

स्पेशल फ्रंटियर फोर्स: एसएफएफ का गठन बेशक चीन को ध्यान में रखकर किया गया लेकिन 1962 के युद्ध के बाद ऐसी नौबत कभी नहीं आई कि इस मकसद के लिए बल का इस्तेमाल किया जाए.

सीमा सुरक्षा बल: बीएसएफ दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है जिसका गठन 1 दिसंबर 1965 को हुआ था. इसकी जिम्मेदारी शांति के समय भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर निरंतर निगरानी रखना, भारत भूमि की रक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराध को रोकना है.

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