
राजस्थान के कोटा में एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया था. इस मामले में राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इस मामले में जांच किए जाने की जरूरत है. आज झारखंड की जिस छात्रा की मौत हुई, उसके मामले में पता चला है कि उसका अफेयर था, उसने एक लेटर छोड़ा है. वहीं कोचिंग छात्रा के पिता ने मंत्री के इस बयान पर कहा कि उनके पास एविडेंस है तो हमें बताएं, मेरी बेटी ऐसा नहीं कर सकती. मंत्री को ऐसा नहीं बोलना चाहिए.
वीडियो में देखें क्या बोले मंत्री
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बता दें कि कोटा में नीट की तैयारी कर रही 16 वर्षीय छात्रा ने गले में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी. छात्रा झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली थी. फिलहाल वो ब्लेज हॉस्टल इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स रोड नंबर एक विज्ञान नगर में रह रही थी. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था.
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छात्रा के माता-पिता ने अपनी बेटी को नीट की कोचिंग के लिए कोटा भेजा था. घटना के बाद कहा गया था कि स्ट्रेस के कारण उसने आत्महत्या कर ली. पिता ने आजतक से फोन पर बात करते हुए कहा था कि उनके घर पर कोई नहीं है. वे उस वक्त दिल्ली से कोटा के लिए रवाना हो चुके थे. बेटी को बड़े अरमानों से पाला था. बेटी पढ़-लिखकर इंजीनियर बनती, लेकिन नियति ने होनहार बेटी को भी छीन लिया.
कैबिनेट मंत्री ने कहा था- बैन होना चाहिए कोचिंग सिस्टम
राज्य सरकार ही नहीं बल्कि समाज में प्रतिस्पर्धा को लेकर सभी के सामने सुसाइड का मुद्दा बड़ी चुनौती बन गया है. छात्रों के सुसाइड के बढ़ते मामलों पर सोमवार को राजस्थान के कैबिनेट मंत्री डॉ महेश जोशी ने Aajtak से कहा था कि देश में कोचिंग सिस्टम बैन होना चाहिए. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पर एक पॉलिसी लानी चाहिए, जिससे कि इस देश में कोचिंग सिस्टम बैन हो.
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