
मध्य प्रदेश में मदरसा बोर्ड की ओर से कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं ओपन तरीके से आयोजित की जाएंगी. यह फैसला बोर्ड की कार्यकारिणी की ओर से लिया गया है. प्रथम चरण में इस साल कक्षा आठवीं की परीक्षा आयोजित की जाएगी. बोर्ड के अध्यक्ष इमादउद्दीन ने बताया कि "सब पढ़ें-सब बढ़ें और सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत अधिक आयु होने, आर्थिक स्थिति सही नहीं होने और परिवार के अन्य दायित्वों के कारण शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ कर स्कूल और मदरसों में शिक्षा ग्रहण नहीं करते हैं कई युवा."
उन्होंने बताया कि वयस्कों और स्कूल छोड़ने वाले सभी बच्चों, युवाओं और प्रौढ़ों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से दूरस्थ, ओपन शिक्षा परीक्षाएं जिला स्तर पर आयोजित की जाएंगी. इससे साक्षरता का प्रतिशत बढ़ेगा और अधिक से अधिक लोग साक्षर होकर अपनी रुचि अनुसार आगे की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. साथ ही अपने दैनिक कार्यो को सुगमता से पूर्ण कर सकेंगे.
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उन्होंने आगे बताया कि मदरसों को अध्ययन केन्द्र के लिए निर्धारित शर्ते पूरा करना जरूरी है. अनुदान प्राप्त ऐसे मदरसे जिनके पास कम से कम 200 छात्रों के बैठने हेतु पर्याप्त स्थान, फर्नीचर, पीने के पानी, बालक-बालिका हेतु पृथक-पृथक शौचालय, बिजली, कम्प्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट की सुविधा है, वे अध्ययन केन्द्र के लिए आवेदन कर सकते हैं.
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बोर्ड की ओर से गठित निरीक्षण दल द्वारा संबंधित मदरसे का निरीक्षण करने के बाद अध्ययन केन्द्र बनाए जाने की कार्यवाही की जाएगी. इसके बाद परीक्षा आवेदन-पत्र भरवा कर इसी साल परीक्षा आयोजित की जाएगी. इन परीक्षाओं में सभी आयु, जाति, धर्म एवं वर्ग के व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे. इसके अतिरिक्त, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा हेतु भी नवीन अध्ययन केन्द्रों एवं पूर्व से पंजीकृत मदरसों के नवीनीकरण हेतु 25 जनवरी तक प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं.