
अमेरिका का मसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) भारत में गंगा में फेरी चलाने में मदद करेगा. सरकार इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, मुंगेर, कोलकाता और हल्दिया में शहरों की ट्रैफिक कम करने के लिए गंगा में 2018 से फेरी चलाने पर काम कर रही है. इन शहरों के 18 लोकेशन से फेरी की सेवा ली जा सकेगी.
गंगा में फेरी सर्विस के लोकेशन को तय करने की जिम्मेदारी एमआईटी को दी गई है. इनलैंड वाटरवेज ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (IWAI) ने एमआईटी और थॉम्पसन डिजाइन ग्रुप के साथ इस संबंध में एक करार किया है. वाराणसी से हल्दिया तक चलाए जाने वाले फेरी के रूट को नेशनल वाटरवे-1 नाम दिया गया है. इस रूट सामान और पैसेंजर दोनों के लिए इस्तेमाल होगा.
IWAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रबीर पांडेय ने कहा है कि ज्वाइंट वेंचर पहले ही ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर चुका है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के अनुरोध पर वे जनवरी में प्रकाश महोत्सव के दौरान चार जहाजों की सर्विस उपलब्ध कराएंगे. इसी तरह पश्चिम बंगाल में गंगा सागर मेला के दौरान भी 3 जहाज तैनात रहेंगे.