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नेशनल कमीशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट ने सीबीएसई को एक पत्र लिखा है. जिसमें उरी हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों को तय परीक्षाओं से छूट दिए जाने की बात कही गई है.
NCPCR ने पत्र में मीडिया में आई उस खबर का भी जिक्र किया है. जिसमें उरी हमले शहीद हुए जवान की तीन बेटियों ने परीक्षा देने का फैसला किया था. पिछले दिनों यह खबर चर्चा में रही, जिसका संज्ञान लेते हुए NCPCR ने यह फैसला किया है.
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के उरी में स्थित सेना के कैंप पर आतंकियों के हमले में शहीद हुए बिहार के जवान सुनील कुमार विद्यार्थी की तीन बेटियों ने उनकी मौत की खबर मिलने के बाद भी अपने स्कूल की परीक्षा में शामिल हुई थी.
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने ऐसे हालात में परीक्षा देने की हिम्मत कैसे जुटाई तो उनका कहना था 'हमारे पिता हमें बेटों की तरह रखते थे. गांव में अच्छी पढ़ाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्होंने हमें शहर में पढ़ाई के लिए रखा था. पापा तो देश के लिए कुर्बान हो गए. हमें भी कहते थे कि हम भी देश के लिए कुछ करें. इसीलिए परीक्षा देने के लिए आए हैं.'