
भारत में रेप की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. निर्भया मामले में अपराधियों को फांसी की सजा दिए जाने की घोषणा के साथ ही पीड़ित वर्ग में न्याय के लिए आस जगी है. हमारे देश में रेप के रेयर ऑफ रेयरेस्ट केस में फांसी की सजा का प्रावधान है. लेकिन दुनिया के अन्य तमाम देशों में भी रेप को लेकर जीरो टॉलरेंस है. आइए जानते हैं दुनिया के तमाम देशों में बलात्कारियों के लिए किस तरह की सजा का प्रावधान है.
अमेरिका का फेडेरल लॉ "बलात्कार" या रेप शब्द का इस्तेमाल नहीं करता है. इसे वहां का कानून बिना सहमति के यौन कर्म करने का अपराध मानता है. ये वहां के कानून अमेरिका कोड (18 यू.एस.सी.। 2241-224) के चेप्टर 109 ए के तहत समूहीकृत किया गया है. फेडरल लॉ में इस जुर्म की सजा जुर्माना से लेकर आजीवन कारावास तक हो सकती है.
क्रिमिनल कोड ऑफ Russia के अनुच्छेद 131 के अनुसार, बलात्कार को हिंसा या हिंसा की धमकी का उपयोग करके विषमलैंगिक योनि संभोग (heterosexual vaginal intercourse) के रूप में परिभाषित किया गया है. यहां रेप जैसे अपराध के लिए अधिकतम सजा 30 साल तक की है. ये अपराध की संगीनता पर निर्भर करता है.
पाकिस्तान में रेप को एक जघन्यतम अपराध के तौर पर देखा जाता है. यहां बलात्कारी को सजा-ए-मौत से लेकर कठोरतम कारावास है. पाकिस्तान में हुदूद अध्यादेश में ज़िनाह अल-जब्र (बलात्कार) कानून के अनुसार गैंग रेप को विशेष रूप से मौत की सजा दी जाती है. इसके अलावा शारीरिक दंड के साथ बलात्कारियों को कारावास की सजा का भी एक विकल्प है.
उत्तर कोरिया एक ऐसा देश है जहां रेप के दोषी को कठोरतम सजा देने का प्रावधान है. यहां रेपिस्ट को सरेआम सिर में कई गोलियां मारी जाती हैं. वहीं संयुक्त अरब अमीरत में भी बलात्कारी को सीधे मौत की सजा सुनाई जाती है. यूएई के कानून के अनुसार बलात्कारी को एक हफ्ते के भीतर ही फांसी दे दी जाती है.
ज्यादातर इस्लामिक देशों में रेप को लेकर कड़ी सजा का प्रावधान है. जैसे इराक में भी रेपिस्ट को सजा-ए-मौत दी जाती है. वो भी बेहद कठोर तरीके से उसे पत्थर मारकर मौत की सजा दी जाती है. अपराधी को मिली सजा को देखकर लोगों में इस कदर दहशत होती है कि वो कभी ऐसा जुर्म करने से डरते हैं.