
इस साल काफी लड़कियों ने IIT एग्जाम तो क्वालीफाई कर लिया लेकिन टॉप-100 में कोई भी जगह नहीं बना सकीं. लड़कियों में टॉप करने वाली रिया सिंह का रैंक 133 है.
यह रिजल्ट पिछले साल की तुलना में खराब है क्योंकि उस साल टॉप-100 में जगह बनाने में एक लड़की (47वां रैंक) कामयाब हो गई थी. वहीं, 2014 में टॉप-100 लिस्ट में 5 लड़कियां शामिल थी. IIT-बॉम्बे जोन से सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को सफलता मिली है. IIT-मद्रास जोन से टॉप-10 रैंक में आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है.
हालांकि इस साल पिछले साल की तुलना में JEE-एडवांस में ज्यादा लड़कियों को सफलता मिली है. इसका मतलब यह है कि इस साल लड़कियों को कंप्यूटर साइंस और टॉप IIT में एडमिशन लेना मुश्किल होगा. IIT बॉम्बे जैसे टॉप इंस्टीट्यूट में 50-60 रैंक लाने वालों को ही कंप्यूटर साइंस मिल पाता है.
BIAOCON की चेयरमैन किरण मजूमदार शॉ का कहना है कि लगातार लड़कियों की संख्या STEM जैसे कोर्सेज में बढ़ रही है. यह खुशी की बात है.