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पाकिस्तान 3,000 अफगान छात्रों को देगा छात्रवृत्ति, पीएचडी में भी होगा एडमिशन

पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) ने चार साल के कार्यक्रम के तहत करीब 3,000 अफगान छात्रों को छात्रवृत्ति की पेशकश की है. अधिकारियों ने शनिवार को ये जानकारी दी है. इसका उद्देश्य पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाना है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
मानसी मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) ने चार साल के कार्यक्रम के तहत करीब 3,000 अफगान छात्रों को छात्रवृत्ति की पेशकश की है. अधिकारियों ने शनिवार को ये जानकारी दी.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सूचना और प्रसारण मामलों के लिए प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस आशिक एवान ने कहा कि ये छात्रवृत्ति चरणों में पेश की जाएगी और हर साल विभिन्न श्रेणियों के छात्र कार्यक्रम के लाभार्थी होंगे.

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आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक एवान ने कहा कि वे सक्षम अफगान छात्र जो अपने शैक्षिक करियर को आगे बढ़ाने का जुनून रखते हैं. उन्हें चिकित्सा, इंजीनियरिंग, कृषि प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान सहित विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तान के विभिन्न संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है.

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इसी शुक्रवार को पाकिस्तान की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद यह घोषणा की थी. एवान के अनुसार, छात्रवृत्ति कार्यक्रम के तहत, कुल 600 छात्रों को विभिन्न मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा, जबकि 600 छात्रों को विभिन्न इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा.

आशिक एवान ने कहा कि छात्रवृत्ति पाकिस्तान की सरकार की ओर से एक उपहार है. पहली खेप में करीब 795 अफगान छात्र इस साल पढ़ाई के लिए पाकिस्तान आएंगे. पाकिस्तान के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भी अलग-अलग मास्टर स्तर और पीएचडी में प्रवेश के लिए अफगान छात्रों को सुविधा मिलेगी.

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ये है वजह

अधिकारी ने कहा कि छात्रवृत्ति अफगान छात्रों के जीवन निर्वाह भत्ता, पुस्तक भत्ता, छात्रावास की बकाया राशि और ट्यूशन फीस को कवर करेगी. इस योजना का उद्देश्य पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है और दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाना है.

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