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UP: गर्मी के चलते स्कूल नहीं आ रहे थे बच्चे, हेड मास्टर ने क्लास रूम में बनवा दिया स्विमिंग पूल

बच्चों की समस्या को देखते हुए प्रिंसिपल ने स्कूल के एक क्लास में पानी भरवा स्वीमिंग पूल बना दिया और इसकी सूचना बच्चों को भेजी गई. जैसे ही यह बात बच्चों को पता चला कि स्कूल में स्वीमिंग पूल बना दिया गया है. तो बच्चे खुश होकर स्कूल आने लगे. यह मामला महसौनापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय का है.

हेडमास्टर ने क्लास रूम में बनवा दिया स्विमिंग पूल हेडमास्टर ने क्लास रूम में बनवा दिया स्विमिंग पूल
नीरज श्रीवास्तव
  • कन्नौज,
  • 30 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 6:54 PM IST

उत्तर प्रदेश के कन्नौज से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जहां एक प्राथमिक विद्यालय के क्लास रूम को स्विमिंग पूल बना दिया गया. जिसमें बच्चे पानी में मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं. स्कूल के हेड मास्टर वैभव राजपूत का कहना है कि गर्मी की वजह से बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे. बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए यह दो-तीन दिन का एक प्रयोग करके देखा गया था. जिसमें अच्छा रिस्पांस देखने को मिला और बच्चे स्कूल आने लगे. 

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बता दें, कन्नौज के उमर्दा ब्लॉक के महसौनापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में गर्मी के चलते स्कूल में बच्चे कम आ रहे थे, जब प्रधानध्यापक ने बच्चों को बुलाने उनके घर पहुंचे तो फसल कटाई और गर्मी के चलते परिजनों ने स्कूल न भेजने की बात कही.

हेड मास्टर ने बच्चों के लिए क्लास रूम में बनवा दिया स्विमिंग पूल

बच्चों की समस्या को देखते हुए प्रिंसिपल ने स्कूल के एक क्लास में पानी भरवा स्वीमिंग पूल बना दिया और इसकी सूचना बच्चों को भेजी गई. जैसे ही यह बात बच्चों को पता चला कि स्कूल में स्वीमिंग पूल बना दिया गया है. तो बच्चे खुश होकर स्कूल आने लगे. 

यह मामला महसौनापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय का है. हेड मास्टर वैभव राजपूत का कहना है कि पारा पिछले दिनों से 38 से 40 डिग्री के बीच है. जिसके चलते स्कूल में बच्चों की संख्या बेहद कम हो गई थी. जब बच्चों के परिजनों से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने गर्मी का हवाला दिया. जिसके बाद स्कूल के एक क्लास में पानी भरवाकर छोटा स्विमिंग पूल बनवा दिया. बच्चे स्कूल आकर उसमें मस्ती करने लगे.

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गर्मी के चलते बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे

बता दें, महसौनापुर के हेड टीचर अकसर स्कूल में कुछ न कुछ अलग करते रहते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई में दिलचस्पी बढ़ती रहे. अपने दिलचस्प तरीकों के लिए वैभव राजपूत का ग्रामीणों में एक अलग सम्मान है. 

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