
राजस्थान के स्कूलों में बच्चों को अब इमरजेंसी पर एक चैप्टर पढ़ाया जाएगा. राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने विधानसभा में बताया कि राज्य की बीजेपी सरकार इमरजेंसी के दौरान हुए अत्याचार को नई पीढ़ी को बताना चाहती है. इसलिए स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल किया जाएगा.
अब इंटर्नशिप के बिना नहीं मिल पाएगी इंजीनियरिंग की डिग्री
आरएसएस के नजदीकी माने जाने वाले शिक्षा मंत्री ने बताया कि अगले शिक्षा सत्र से आने वाली किताबों में इमरजेंसी की कहानी का चैप्टर जुड़ जाएगा. राजस्थान सरकार के इस फैसले को कांग्रेस को घेरने की रणनीति के रुप में देखा जा रहा है, क्योंकि बीजेपी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाती रहती है.
CBSE ने छठी से नौवीं का परीक्षा पैटर्न बदला, अब दो बार होगा एग्जाम
बीजेपी सरकार कांग्रेस सरकार के इमरजेंसी के कारनामों को बच्चों को पढ़ाना चाहती है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले हीं सभी पार्टी सांसदों को कह चुके हैं कि 12 वहीं क्लास के बच्चों को जोड़ना शुरु करो. इमरजेंसी के उपर लिखे जा रहे इस पाठ्यक्रम को खुद शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी के देख-रेख में तैयार किया जा रहा है.
देवनानी विधानसभा में यहीं नहीं रुके. बिना मुस्लिम समुदाय का नाम लिए हुए कहा कि कुछ लोग चांद को देखकर सारा काम करते हैं और जिस सूरज सो रोशनी पाते हैं उनसे इतनी नफरत है कि सूर्यनमस्कार तक नही करना चाहते हैं. ऐसा क्यों है उन्हें समझ में नही आता. उधक कांग्रेस ने इसे शिक्षा का राजनीतिकरण और भगवाकरण करार दिया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार बच्चों के बाल मन को भी अपनी संकुचित सोच की शिकार बना रही है.