Advertisement

श्री श्री रविशंकर को रूस की यूनिवर्सिटी से मिली ये उपाधि, ये है वजह

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को भारत और रूसी संघ के बीच इंटर कल्चरल मित्रता के विकास में उनके योगदान के लिए रूस स्थित यूराल फेडरल यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई है.

 श्री श्री रविशंकर श्री श्री रविशंकर
प्रियंका शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2019,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को भारत और रूसी संघ के बीच इंटर कल्चरल मित्रता के विकास में उनके योगदान के लिए रूस स्थित यूराल फेडरल यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी है.

श्री श्री ने एक मेमोरेंडम और एमओयू भी साइन किया जो ओडिशा में बनी श्री श्री विश्वविद्यालय के साथ एक समझौते के तौर पर है. ये देश का पहला अल्कोहल, ड्रग्स और धुआं रहित परिसर है.

Advertisement

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यूराल के रेक्टर विक्टर कोकश्रोव ने 'द आर्ट ऑफ लिविंग' जैसे संगठन को स्वेच्छा से चलाने के लिए श्रीश्री की सराहना की. ये संस्था 80,000 बच्चों को 618 स्कूलों में निशुल्क शिक्षा प्रदान करती है.

अपने स्वीकृति भाषण में, श्रीश्री ने कहा कि शांतिपूर्ण समाज बनाने के लिए सबसे जरूरी सिर्फ शिक्षा ही है. यही वो ऐसा टूल है जो दुनिया भर में प्रेम और सद्भाव फैला सकता है.

चाहे वो प्रौद्योगिकी, कला या विज्ञान या मानविकी हो, विश्वविद्यालय ही हैं जो हमें एक दृष्टि देते हैं, एक जीवन क्या है, किसी की जिंदगी कैसे चलनी चाहिए, इसकी दृष्टि भी हमें यहीं से मिलती है. हमारे पास जीवन को जोड़ने की तकनीक है, लेकिन हमें एक ऐसी शिक्षा की जरूरत है जो दिलों को भी जोड़े, जहां मानवीय मूल्यों को महत्व दिया जाता हो.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement