
जीवन में कई असफलताएं हाथ लगने के बाद भी आप जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ है दिल्ली के रहने वाले तीर्थक साहा के साथ, जिन्होंने कई असफलताओं का सामना करने के बाद पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया.
अमेरिकन इलेक्ट्रिक पॉवर (एईपी) में काम करने वाले तीर्थक को इस साल फोर्ब्स मैगजीन ने 30 अंडर 30 लिस्ट में शामिल किया है. बता दें कि 30 अंडर 30 लिस्ट में युवा एंटरप्रेन्योर्स, गेम चेंजर्स, इनोवेटर्स का नाम शामिल किया जाता है, जिसमें तीर्थक का नाम भी शामिल है. तीर्थक को 15000 नामांकन में से चुना गया है और इसे एनर्जी कैटेगरी में जगह दी गई है.
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खास बात ये है कि तीर्थक एक सामान्य परिवार से आते हैं. उनके पिता एक शिक्षक हैं और मां पोस्टल विभाग में काम करती हैं. द्वारका के रहने वाले तीर्थक को ज्यादा कट-ऑप की वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय में भी एडमिशन नहीं मिला था. एडमिशन नहीं होने पर उनके परिवारवाले तीर्थक के भविष्य के लिए बहुत परेशान थे.
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उसके बाद तीर्थक ने कर्नाटक में पढ़ाई की और उसके बाद यूएस चले गए. वो अभी इंडियाना में रह रहे हैं और एईपी के लिए काम कर रहे हैं.