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पटना की मधुमिता को मिली गूगल में नौकरी, पैकेज है 1 करोड़ रुपये

सर्च इंजन गूगल ने अपने स्विट्जरलैंड ऑफिस में पटना की रहने वाली मधुमिता शर्मा को नौकरी दी है. खास बात ये है कि उन्हें टेक्निकल सोल्यूशन इंजीनियर पद पर नौकरी के लिए 1 करोड़ रुपये का पैकेज दिया है.

फोटो साभार- फेसबुक फोटो साभार- फेसबुक
मोहित पारीक
  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2018,
  • अपडेटेड 11:54 AM IST

सर्च इंजन गूगल ने अपने स्विट्जरलैंड ऑफिस में पटना की रहने वाली मधुमिता शर्मा को नौकरी दी है. खास बात ये है कि उन्हें टेक्निकल सोल्यूशन इंजीनियर पद पर नौकरी के लिए 1 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया है. मधुमिता को ये नौकरी हासिल करने के लिए इंटरव्यू के सात राउंड क्लियर करने पड़े, जो कि नवंबर से जनवरी के बीच आयोजित किए गए थे.

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गूगल में नौकरी शुरू करने के पहले वे बेंगलुरु में एपीजी कंपनी में काम कर रही थीं. इससे पहले उन्हें अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और मर्सिडीज जैसी कंपनियों से भी ऑफर मिल चुका है. मधुमिता की कामयाबी का पूरा परिवार जश्न मना रहा है.

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मधुमिता के पिता सत्येंद्र कुमार आरपीएफ के असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर हैं और उनकी मां चिंता देवी गृहणी हैं. मधुमिता का कहना है कि उनका एक बड़ी कंपनी में काम करने का सपना था. उन्होंने बताया कि पिछले साल उन्होंने भारत और विदेश में कई कंपनियों के लिए अप्लाई किया था और ऑनलाइन टेस्ट भी दिया था. उसके बाद उन्हें 24 लाख, 23 लाख, 18 लाख के पैकेज का ऑफर मिला था.

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मधुमिता के अनुसार उन्हें इस बात का भरोसा था कि उन्हें गूगल में नौकरी मिलेगी, इसलिए उन्होंने कभी भी कोई कंपनी जॉइन नहीं की. बता दें कि उन्होंने पटना के डीएवी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की और उन्होंने 10वीं कक्षा में 86 और 12वीं कक्षा में 88 फीसदी अंक हासिल किए थे. उसके बाद उन्होंने जयपुर के आर्या कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से पढ़ाई की. इससे पहले भी वो कई कंपनियों में काम कर चुकी हैं.

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बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक समय ऐसा था जब उनके पिता उन्हें इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने के लिए तैयार नहीं थे. उनके पिता का कहना है कि 'शुरुआत में मैंने कहा था कि इंजीनियरिंग का फील्ड लड़कियों के लिए नहीं है. लेकिन फिर मैंने देखा कि लड़कियां भी बड़ी संख्या में इस फील्ड में आ रही हैं. इसके बाद मैंने उससे कहा कि चलो एडमिशन ले लो.'

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स्कूल की पढ़ाई के दिनों में मधुमिता को मैथ और फ़िजिक्स और भौतिकी ज्यादा पसंद था. साथ ही डिबेट कंपीटीशंस में भी वह बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती थीं. शुरुआत में मधुमिता आईएएस बनना चाहती थीं. हालांकि बाद में उन्होंने इंजीनियरिंग को अपना करियर बनाया.

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