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कहानी गिल ब्रदर्स की... सेना में लेफ्टिनेंट जुड़वां भाइयों ने बताए सफलता के टिप्स

सफलता की ये प्रेरणाप्रद कहानी है अजय सिंह गिल और अर्जुन सिंह गिल की. जुड़वां भाइयों ने बताया कि उन्हें अपने कॉलेज में आकर बहुत ही अच्छा महसूस हुआ. कॉलेज के प्रोफेसर के सहयोग से उन्हें अपनी दिशा मिल सकी. उन्होंने नौजवान पीढ़ी से अपील की है कि वो मेहनत कर पढ़ाई करें और सेना में भर्ती हो देश की सेवा करें.

अजय सिंह गिल, अर्जुन सिंह गिल. अजय सिंह गिल, अर्जुन सिंह गिल.
पवन सिंह
  • पठानकोट ,
  • 15 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 6:57 AM IST

पंजाब में पठानकोट के दो जुड़वां भाई सुर्खियों में हैं. इसकी वजह है ये है कि दोनों एक साथ सेना में बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती हुए हैं. ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद दोनों पठानकोट पहुंचे. जिस कॉलेज में दोनों ने शिक्षा ली थी वहां उनका भव्य स्वागत हुआ. कॉलेज के साथ ही जिला पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हुए.

सफलता की ये प्रेरणाप्रद कहानी है अजय सिंह गिल और अर्जुन सिंह गिल की. जुड़वां भाइयों ने बताया कि उन्हें अपने कॉलेज में आकर बहुत ही अच्छा महसूस हुआ. कॉलेज के प्रोफेसर के सहयोग से उन्हें अपनी दिशा मिल सकी.

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'सेना में भर्ती हो देश की सेवा करें नौजवान'

उन्होंने नौजवान पीढ़ी से अपील की है कि वो मेहनत से पढ़ाई करें और सेना में भर्ती हो देश की सेवा करें. लाइफ में उतार-चढ़ाव जरूर आता है लेकिन हमें ये चीज ही आगे बढ़ने में मदद करती है. इन भाइयों की सफलता पर डीएसपी सुमीर सिंह मान ने कहा कि दोनों भाइयों को देखकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. सेना में जाकर इन भाइयों के निर्णय से नौजवानों को प्रेरणा लेनी चाहिए.

ऑटो चालक के बेटे ने भी बढ़ाया मान

उधर, बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में एक ऑटो चालक के बेटे ने भी परिवार और राज्य का मान बढ़ाया. देवघर के रहने वाले ऑटो चालक संजय दुबे के बेटे सचिन ने झारखंड का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया. सचिन का चयन एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) के 150 वें बैच में हुआ है. SSB इंटरव्यू और लिखित परीक्षा के परिणाम के आधार पर देशभर से कुल 538 अभ्यर्थियों का चयन किया गया. इनमें सचिन ने अखिल भारतीय स्तर पर 338  रैंक हासिल की है.

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इस बैच में चयनित होने वाला सचिन ने झारखंड में दूसरा स्थान हासिल किया. इस सफलता पर पिता संजय ने मिठाई खिलाकर बेटे की इस उपलब्धि का जश्न मनाया. वहीं उसकी मां और गृहिणी बबीता देवी ने बताया कि उनके होनहार बेटे ने 10वीं तक की पढ़ाई देवघर डीएबी स्कूल से की थी और उसके बाद उच्च शिक्षा बोकारो से ली थी.

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