
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग राजधानी के विभिन्न इलाकों में काम कर रहे बाल मजदूरों को स्कूल पहुंचाने की मुहिम जल्द ही शुरू करेगा.
श्रम विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से राजधानी के कई इलाकों में दो हजार से ज्यादा बाल मजदूरों की पहचान की है. बेसिक शिक्षा विभाग ने श्रम विभाग से सूची लेकर बच्चों को स्कूल पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. अगले महीने से शुरू हो रहे हाउस होल्ड सर्वे के दौरान शिक्षक इन बच्चों के दाखिले पर विशेष ध्यान देंगे.
इस संबंध में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक महेंद्र सिंह राणा ने बताया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं. अगले महीने से जिले में हाउस होल्ड सर्वे की शुरुआत होगी. इस दौरान शिक्षक घर-घर जाकर स्कूल जाने योग्य बच्चों का ब्योरा जुटाया जाएगा.
श्रम विभाग और यूनिसेफ ने सर्वे के माध्यम से पता लगाया है कि राजधानी में इस समय दो हजार से ज्यादा बाल श्रमिक विभिन्न कार्यो में लगे हुए हैं. सर्वे में ये बच्चे न छूट जाएं, इसलिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि इन बच्चों का रजिस्ट्रेशन भी सुनिश्चित किया जाए.
उन्होंने बताया कि मलिहाबाद तहसील के वार्ड संख्या-8, रनीपारा, बीकेटी तहसील के पारा, खोमऊ, सरांवां, फरु खाबाद, लखनऊ सदर तहसील में वार्ड नंबर-34, दरबारनगर, काकोरी, सराय अलीपुर, रसूलपुर इदौरिया, बिरहऊ, काकराबाद, अमांवा तथा मोहनलालगंज तहसील के अमेठी वार्ड-8, अचिलखेड़ा, नदौली, अमेठी वार्ड-11, कनेरी से बाल श्रमिकों का ब्योरा जुटाया जाएगा.