
देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र में एक प्राइमरी स्कूल के एक संप्रदाय विशेष के प्रधानाध्यापक ने कथित तौर पर मनमानी करते हुए शुक्रवार को स्कूल बंद रखने की परंपरा शुरू कर दी है. यह स्कूल रविवार को खुलता है. इसका खुलासा 20 जुलाई, शुक्रवार को हुआ तो बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया.
जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच पत्रावली तलब करते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है. सलेमपुर के खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानचंद मिश्र को 19 जुलाई को जानकारी मिली कि प्राइमरी स्कूल नवलपुर में तैनात प्रधानाध्यापक शुक्रवार को स्कूल बंद रखते हैं.
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इसकी जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी ने 21 जुलाई को शिक्षा विभाग के अधिकारी देवी शरण सिंह और हरेंद्र द्विवेदी को स्कूल भेजा. दोनों लोग 9:45 बजे स्कूल पर पहुंचे तो वह बंद मिला. यही नहीं स्कूल की बिल्डिंग पर प्राइमरी स्कूल नवलपुर की जगह इस्लामिया प्राइमरी स्कूल नवलपुर लिखा हुआ पाया गया.
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इन दोनों ने खंड शिक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी दी. इस पर उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापक खुर्शेद अहमद को सभी पत्रावलियों के साथ कार्यालय बुलाया. पत्रावलियों की जांच में पाया गया कि काफी समय से ये स्कूल शुक्रवार को बंद रहता है और इसके एवज में रविवार को खोला जाता है. रजिस्टर की जांच में भी इसकी पुष्टि हुई.
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी के पूछने पर प्रधानाध्यापक ने कहा कि स्कूल में पंजीकृत 91 छात्रों में से करीब 95 फीसदी मुस्लिम समुदाय के हैं, इसलिए जुमे को स्कूल बंद कर रविवार को खोलते हैं. यही नहीं प्रधानाध्यापक ने यह भी दावा किया कि वह 2008 में इस स्कूल में जब आए थे उसके पहले से ही यहां यह परंपरा चली आ रही थी.