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उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ योगी के CM बनने के बाद
UP में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की
तेज मुहीम चल पड़ी है. जहां एक ओर परीक्षा में नकल
पर नकेल कसा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी
स्कूलों में शिक्षकों को फॉर्मल कपड़े पहनकर आने और
क्लास के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने
की हिदायत दी गई है.
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इससे पहले सिर्फ छात्रों को ही समय पर स्कूल आने और
मोबाइल से दूरी बनाने का निर्देश दिया जाता रहा है,
लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब शिक्षकों को भी
मोबाइल से दूरी बनाने और स्कूल में समय पर आने के
लिए निर्देश जारी किया गया है.
निर्देशों के मुताबिक प्राइमरी स्कूल के शिक्षक अब
क्लासरूम में मोबाइल लेकर नहीं आ सकते. अगर ऐसा
करना संभव नहीं है तो मोबाइल को सायलेंट मोड पर
डालना अनिवार्य होगा. कक्षा और स्कूल की सफाई को
सुनिश्चित करना भी शिक्षकों की ही जिम्मेदारी होगी.
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शिक्षकों को स्कूल में आधे घंटे पहले आने को कहा गया है. निर्देशों के मुताबिक स्कूल में सुबह की एसेम्बली न केवल अनिवार्य होगी, बल्कि एक छात्र रोजाना श्लोकों का उच्चारण भी करेगा.
शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि
हालांकि, ये सभी नियम काफी लंबे समय से हैं, पर
स्कूलों में इनका पालन नहीं होता. सरकारी स्कूलों में
आमतौर पर मॉर्निंग एसेम्बली छोड़ दी जाती है और
जिन स्कूलों में मॉर्निंग एसेम्बली होती है, वहां सिर्फ
इसकी रस्म अदायगी होती है.
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अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों यह रवैया बदल जाएगा. स्कूल में अब टी शर्ट, जींस पहनकर आने की मनाही होगी. शिक्षकों को फॉर्मल कपड़े पहनने होंगे. स्कूल पहुंचते ही उन्हें अटेंडेंस रजिस्टर साइन करना होगा और स्कूल से निकलते वक्त भी. रजिस्टर प्रिंसिपल की निगरानी में रखी जाएगी.
तत्काल छुट्टी लेने के लिए शिक्षकों को ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर को एसएमएस कर सूचित करना होगा. स्कूल खत्म होने के बाद शिक्षक स्कूल से तभी बाहर निकल सकते हैं, जब स्कूल का हर एक बच्चा निकल जाए.