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क्या है पर्ल हार्बर हमला, ट्रंप ने कोरोना को लेकर किया जिक्र, मरे थे इतने लोग

कोरोना वायरस से सुपर पावर अमेरिका इस कदर तबाह हो चुका है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी तुलना द्वितीय विश्व युद्ध में हुए पर्ल हार्बर हमले से कर दी है. जानें- इस हमले में कितने अमेरिकियों की हुई थी मौत.

पर्ल हार्बर हमला (फोटो-  इंस्टाग्राम) पर्ल हार्बर हमला (फोटो- इंस्टाग्राम)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2020,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST

कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में 74 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध में हुए पर्ल हार्बर हमले और 9/11 के हमलों से कर दी है. जहां 9/11 दुनिया को सबसे बड़े आतंकी हमले के तौर पर जाना जाता है. वहीं ऐसे में जानते हैं आखिर ये पर्ल हार्बर हमला क्या है. क्यों किया ट्रंप ने इसका जिक्र.

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क्या है पर्ल हार्बर की घटना?

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 7 दिसंबर 1941 में अमेरिका के पर्ल हार्बर नौसैनिक अड्डे पर जापान ने अचानक हवाई हमला कर दिया था. यह हमला अमेरिका के इतिहास में सबसे भयावह और दर्दनाक हमला माना जाता है. इस हमले के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका को विश्व युद्ध में कूदने पर मजबूर होना पड़ा था.

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क्या हुआ था उस दिन

7 दिसंबर 1941 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी जमीन पर ये पहला हमला था. इस हमले में लगभग 2,400 से अधिक अमेरिकी सैनिक मारे गए थे और 1000 से ज्यादा घायल हो गए थे. पर्ल हार्बर के हमले में लगभग 20 अमेरिकी जहाज नष्ट हो गए थे.. इसके साथ ही जमीन पर मौजूद 300 से ज्यादा अमेरिकी प्लेन्स भी बर्बाद हुए थे.

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कब हुआ थे ये हमला

पर्ल हार्बर के ऊपर सुबह लगभग 8 बजे जापानी प्लेन्स से आसमान भर गया था. आसमान से बम और गोलियां बरस रही थीं. नीचे अमेरिकी प्लेन्स खड़े हुए थे. सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर एक 1800 पाउंड का बम USS-Arizona जहाज के ऊपर गिरा. जहाज फट पड़ा और अपने अन्दर 1000 के आस-पास लोगों को समेटे हुए डूबने लगा. बता दें, जापान ने 15 मिनट तक पर्ल हार्बर पर बमबारी की थी. वहीं इस हमले में 100 से ज्यादा जापानी सैनिक भी मारे गए थे.

अगला टार्गेट था दूसरा युद्धपो USS-Oklahoma. जिसके बाद उस पर टोर्पीडो से हमला किया गया था. उस समय जहाज पर कुछ 400 लोग सवार थे. जहाज पूरी तरह तो नहीं फटा लेकिन हां एक ओर झुकने लगा और पानी के नीचे पहुंच गया.

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पर्ल हार्बर पर हमला अमेरिका के लिए बेहद चौंकाने वाला था. हमला समाप्त होने के बाद पर्ल हार्बर में मौजूद सभी युद्धपोत USS Arizona, USS Oklahoma, USS California, USS West Virginia, USS Utah, USS Maryland, USS Pennsylvania, USS Tennessee और USS Nevada का नुकसान हो चुका था.. इस जानलेवा हमले के बाद अमेरिका सीधे तौर पर दूसरे विश्व युद्ध में शामिल हो गया था. ये 1939 से 1945 तक चला था.

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आपको बता दें, 1945 में जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए थे. यह दुनिया में किसी भी देश का दूसरे देश पर पहला और अब तक का आखिरी परमाणु हमला था. हिरोशिमा को अमेरिका पर्ल हार्बर का बदला बताता रहा है.

क्या है 9/11 हमला

11 सितंबर 2011 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले में 3,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे, सबसे ज्यादा मौतें न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुई थीं. इस हमले में आतंकी ग्रुप अलकायदा का हाथ था. इसी हमले के बाद अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में मारा था.

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