Advertisement

असम: चुनाव से पहले राज्यपाल ने पूरे राज्य को घोषित किया 'अशांत क्षेत्र', सूबे में AFSPA लागू

राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक कुछ उग्रवादी संगठन राज्य में सक्रिय हैं. बीते छह महीनों में राज्य के कई इलाकों से अवैध हथियार और विस्फोटक सामाग्री बरामद हुई है. राज्य की सीमा पर भी संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं हैं.

असम के गवर्नर जगदीश मुखी. (फाइल फोटो-PTI) असम के गवर्नर जगदीश मुखी. (फाइल फोटो-PTI)
हेमंत कुमार नाथ
  • गुवाहाटी,
  • 24 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 10:32 PM IST
  • 27 फरवरी 2021 से AFSPA लागू
  • राज्यपाल ने असम को घोषित किया अशांत क्षेत्र
  • असम में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव

असम में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य को अगले छह महीने के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. असम के गवर्नर जगदीश मुखी ने 27 फरवरी से यहां AFSPA लागू करने का एलान किया है. आर्म्ड फोर्सेज (स्पेशल पावर्स) एक्ट, 1958 की धारा 3 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राज्यपाल ने यह एलान किया है.

राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि Armed Forces (Special Powers) Act, 1958 की धारा 3 के तहत राज्य के राज्यपाल ने पूरे असम को 27 फरवरी 2021 से 6 महीने के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है. राज्यपाल की अनुमित होगी तो AFSPA को छह महीने से पहले भी हटाया जा सकता है.

Advertisement

इससे पहले बीते साल 21 अगस्त में 6 महीने के लिए राज्य में AFSPA लागू किया गया था. राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक कुछ उग्रवादी संगठन राज्य में सक्रिय हैं. बीते छह महीनों में राज्य के कई इलाकों से अवैध हथियार और विस्फोटक सामाग्री बरामद हुई है. राज्य की सीमा पर भी संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं हैं.

बीते मंगलवार को पांच अलग-अलग उग्रवादी संगठन के 1040 उग्रवादियों ने एक कार्यक्रम के दौरान सरेंडर किया. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में हुए एक कार्यक्रम के दौरान इन सभी ने सरेंडर किया और खुद को मुख्यधारा से जोड़ा. राज्य में चुनाव को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह भी कई बार राज्य के दौरे पर आ चुके हैं ़

गौरतलब है कि AFSPA सुरक्षाबलों को बिना वारंट तलाशी लेने और गिरफ्तारी की अनुमति देता है. असम के अलावा AFSPA नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लागू है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement