
असम के चुनावी मैदान में राहुल गांधी भी उतर गए हैं. डिब्रूगढ़ के लाहोवल में राहुल गांधी आज कॉलेज के स्टूडेंट से संवाद की है. इस दौरान राहुल गांधी ने एक बच्चे से पूछा कि जैसे मैं आपके सवालों का जवाब देता हूं, वैसे क्या यहां के मुख्यमंत्री भी जवाब देते हैं? इस पर बच्चों ने जवाब दिया- ना.
लोकतंत्र की स्थिति के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर देश के प्रधानमंत्री से लोग दिल खोलकर बात नहीं कर सकते तो कोई न कोई कमी तो होगी, हर भाषाओं-धर्मों के बीच में जो खुली बात होती है, उसे हम लोकतंत्र कहते हैं, लेकिन तुम दिल्ली जाओगे तो अपनी भाषा नहीं बोल पाओगे, नागपुर में एक शक्ति पैदा हुई वो पूरे हिंदुस्तान को कंट्रोल करने में लगी है, वो हिंदुस्तान का धन चाहते हैं.
असम में स्टूडेंट के बीच राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग एक धर्म से दूसरे धर्म को लड़ाकर, एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से लड़ाकर एयरपोर्ट, टी गार्डन सहित सब कुछ अपने दोस्तों को दे रहे हैं, डेमोक्रेसी का मतलब है कि असम की आवाज पर असम का ही कंट्रोल हो और सब मिलकर हिंदुस्तान की आवाज को कंट्रोल करे, मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को राजनीति में आना चाहिए, आपको अपनी डेमोक्रेसी के लिए लड़ना चाहिए और लड़ना पड़ेगा.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आप लोग प्रधानमंत्री को कुछ दे नहीं सकते, इसलिए वो उस समय आते नहीं है, लेकिन जब इलेक्शन होता है तो आप वोट दे सकते हैं, इसलिए वो आपके बीच आते हैं, जब लेने का वक्त आता है तो वो आ जाते हैं, जब उन्हें देने का वक्त आता है तो वह नहीं आते हैं.
असम के स्टूडेंट से राहुल गांधी ने कहा कि नफरत और बेरोजगारी के बीच संबंध है, नफरत बढ़ेगी तब बेरोजगारी बढ़ेगी, बेरोजगारी कम होगी तो नफरत कम होगा, जब दो लोग लड़ रहे हैं तो वह आपस में बिजनेस नहीं करेंगे. बीजेपी नफरत फैलाती है और नफरत लाती है.