
असम विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की सीटों के लिए नामांकन पत्र भरे जा चुके हैं. चुनाव आयोग ने नामांकन पत्रों की जांच की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है. जांच के बाद 269 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं. चुनाव आयोग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में 47 सीटों के लिए 269 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन सीटों के लिए 27 मार्च को वोट डाले जाने हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 269 में 23 महिला उम्मीदवार हैं. जानकारी के मुताबिक 47 सीटों के लिए कुल 295 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. नामांकन पत्रों की जांच के दौरान 10 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए. 16 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिए. कुल 295 में से 26 उम्मीदवारों के चुनाव मैदान से हट जाने के बाद कुल 269 उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में बचे हैं.
26 साल के बासुमुतरी हैं सबसे युवा उम्मीदवार
पहले चरण की सीटों के लिए जो 269 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, उनमें 26 साल के मिलिचरन बासुमुतरी और वकीबुर इस्लाम सबसे युवा उम्मीदवार हैं. मिलिचरन, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के टिकट पर बिश्वनाथ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. वहीं, वकीबुर रुपहीहाट विधानसभा क्षेत्र से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्व मंत्री 85 साल के प्रेमधर बोरा भी बिहपुरिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
पहले चरण में कई हैवीवेट उम्मीदवार मैदान में
असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कई हैवीवेट उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (एजीपी) के अध्यक्ष अतुल बोरा, कार्यकारी अध्यक्ष केशव महंत, नवगठित असम जनता परिषद (एजेपी) के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई, किसान नेता और राएजोर दल के अध्यक्ष अखिल गोगोई, राज्य सरकार के मंत्री रंजीत दत्ता, नबा डोले, जोजन महान, संजय किशन की किस्मत दांव पर है.