
असम के तामुलपुर में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे. यहां पीएम मोदी जनसभा को संबोधित कर ही रहे थे कि इस दौरान उन्होंने मंच से देखा की रैली में आए एक शख्स की तबीयत बिगड़ गई. पीएम मोदी ने अपना भाषण रोककर मंच से ही उनके साथ आई मेडिकल टीम के डॉक्टरों को उसका इलाज करने के लिए भेजा.
पीएम मोदी ने कहा कि उस सज्जन को पानी की कमी के चलते लगता है कोई दिकक्त हो गई है. मेरे साथ आई मेडिकल टीम के डॉक्टर उस शख्स को देखें कि उसे क्या परेशानाी हुई है. उसकी मदद करें. इसके बाद पीएम मोदी ने अपना भाषण आगे बढ़ाया.
युवाओं से वोट की अपील
पीएम मोदी ने कहा कि विकास में भेदभाव हमारा सिद्धांत नहीं है. हम लोग राष्ट्रनीति के लिए जीने वाले लोग हैं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मेरा उन युवा साथियों से विशेष आग्रह है जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं. देश की आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मनाते हुए आप जो वोट डालेंगे, वो इस बात को भी तय करेगा कि जब हम आजादी के 100 वर्ष मनाएंगे, तो असम कितना आगे होगा. भाजपा के संकल्प पत्र में इसके लिए स्पष्ट रोडमैप है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां के चाय बागान में काम करने वाले साथियों को भी कांग्रेस ने लंबे समय तक मुसीबत में, अभाव में रखा था. चाय बागान में काम करने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा काम एनडीए सरकार ने ही किया है. देश में कुछ बातें ऐसी गलत चल रही हैं, अगर हम समाज में भेदभाव करके, समाज के टुकड़े करके अपने वोटबैंक के लिए कुछ दे दें, तो दुर्भाग्य देखिए, उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है.
महिलाओं से कही ये बात
पीएम मोदी ने का कि मैं यहां की माताओं- बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि आपके बेटे के सपने पूरे करने के लिए हम लगे रहेंगे. आपके बच्चों को बंदूक न उठानी पड़े, उन्हें जंगलों में जिंदगी न गुजारनी पड़े, उन्हें किसी की गोली का शिकार न होना पड़े, इसके लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है. NDA सरकार मानती है कि किसी भी क्षेत्र के लोगों का विकास भेदभाव से नहीं, सद्भाव से होता है. इसी सद्भावना का परिणाम है कि लंबे इंतज़ार के बाद ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड तक हम पहुंच पाए. अनेक माताओं के आंसू पोंछनें, अनेक बहनों की पीड़ा को दूर करने के लिए हम सभी ने मिलकर प्रयास किया.