Advertisement

असम: हिमंत बिस्वा सरमा को चुनाव आयोग का नोटिस, विपक्षी नेता को जेल में डालने की दी थी धमकी

चुनाव आयोग द्वारा ये नोटिस कांग्रेस की शिकायत के बाद भेजा गया है. कांग्रेस ने अपनी शिकायत में डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कांग्रेस के सहयोगी BPF (बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट) के हगरमा मोहिलरी को जेल में भेज देने की धमकी दी है.

असम के वित्त मंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा शर्मा (फाइल फोटो) असम के वित्त मंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा शर्मा (फाइल फोटो)
हेमंत कुमार नाथ
  • गुवाहाटी ,
  • 01 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST
  • BJP नेता और असम के वित्त मंत्री हैं हिमंत बिस्वा सरमा
  • बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के चेयरमैन को दी थी धमकी
  • कांग्रेस की शिकायत पर EC ने भेजा नोटिस

चुनाव आयोग ने असम के वित्त मंत्री और सीनियर बीजेपी लीडर हिमंत बिस्वा सरमा को एक नोटिस भेजा है. ये नोटिस चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस की शिकायत के बाद भेजा गया है. कांग्रेस ने अपनी शिकायत में हिमंत बिस्वा सरमा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने BPF (बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट) के हगरमा मोहिलरी को जेल में भेज देने की धमकी दी है.

30 मार्च, 2021 के दिन कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत में कांग्रेस ने मांग की है कि हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ FIR दर्ज की जाए. और पूरे असम विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रचार करने से बैन किया जाए.

Advertisement

अपने शिकायत पत्र में कांग्रेस ने लिखा है कि 29 मार्च के दिन असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुले मंच से कांग्रेस के सहयोगी और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के चेयरमैन हगरमा मोहिलरी को जेल में भेजने की धमकी दी थी. हिमंत बिस्वा सरमा ने धमकी दी थी कि केंद्रीय एजेंसी NIA (जोकि केंद्र सरकार यानी भाजपा के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करती है) की जांच बिठाकर बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के चेयरमैन को जेल भिजवाएंगे. जबकि हिमंत बिस्वा सरमा को NIA को नियंत्रण करने की कोई शक्ति नहीं है और न ही हगरमा मोहिलरी को जेल भेजने की है.

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एक खुले मंच से इस तरह की धमकी देकर उन्होंने कांग्रेस और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट को वोट न करने के लिए वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश की है. केंद्रीय संस्थाएं केंद्र की सत्ताधारी पार्टी को वोट दिलाने का टूल नहीं हो सकती हैं. उपरोक्त कथन मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का भी उल्लंघन है. इस पर संज्ञान लेते हुए हिमंत बिस्वा सरमा पर कार्रवाई की जाए ताकि स्वतन्त्र और निष्पक्ष चुनाव हो सके.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement