Advertisement

...वो 7 निर्दलीय जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में NC-कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों को चटाई धूल

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी प्रमुख राजनीतिक दलों के सामने एक मजबूत चुनौती बन कर उभरे हैं. इस चुनाव में 300 से ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में थे, जिसमें से 7 प्रत्याशियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, बीजेपी और पीडीपी के उम्मीदवारों को हारकर जीत हासिल की है.

विधायक सतीश शर्मा. विधायक सतीश शर्मा.
aajtak.in
  • श्रीनगर,
  • 08 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 9:27 PM IST

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 49 सीटें जीतकर बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास थे.

इस चुनाव में सात निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि 2014 के चुनाव में तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत में बड़ा उछाल आया है. इस बार चुनाव परिणाम ने राजनीति के पटल पर एक नया मोड़ दिया है और कई दिग्गज नेताओं को चौंकाया है.

Advertisement

निर्दलीय प्रत्याशी बने चुनौती

J-K विधानसभा चुनाव में 346 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जिसमें से केवल सात उम्मीदवारों को जीत मिली है. चुनाव परिणामों से स्पष्ट हो गया है कि निर्दलीय उम्मीदवार अपनी नई रणनीति और जनता की सहानुभूति की वजह से प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के मुकाबले में मजबूत दिखे हैं. इन नतीजों से साफ हो गया है कि आगामी चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार और भी ज्यादा मजबूत चुनौती के रूप में प्रमुख राजनीतिक दलों के सामने उभर सकते हैं.

इन उम्मीदवारों ने हासिल की जीत

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम सभी राजनीतिक दलों के लिए चौंकाने वाले रहे हैं, जहां सात निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे हैं. 2014 के चुनाव में केवल तीन निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार के नतीजों ने पुरानी राजनीति की धारणाओं को चकनाचूर कर दिया है. इस जीत की सबसे महत्वपूर्ण कहानी है सतीश शर्मा की है, उन्होंने छंब सीट से चुनाव लड़ा और भाजपा के राजीव शर्मा को 6,929 वोटों के अंतर से हरा दिया. सतिश जो दो बार सांसद रहे मदन लाल शर्मा के बेटे हैं. उन्होंने कुल 33 हजार 958 वोट मिले हैं.

Advertisement

वहीं, इस सीट से तीन बार जीत चुके पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार तारा चंद्र को महज 16 हजार 449 वोट मिले. वह तीसरे स्थान पर रहे हैं.

इसी प्रकार इंदरवाल सीट पर प्यारे लाल शर्मा ने दिग्गज नेता गुलाम मोहम्मद सरूरी को 643 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया. प्यारे लाल को 14 हजार 195 वोट मिले, जबकि गुलाम मोहम्मद को 13, 552 वोट मिले हैं

इसी तरह बनी सीट पर डॉक्टर रामेश्वर सिंह ने भाजपा के पूर्व विधायक जीवन लाल को 2 हजार 48 वोटों के अंतर से मात दे दी. निर्दलीय उम्मीदवार को 18, 672 वोट मिले, जबकि जीवन लाल को 16, 624 वोट मिले.

इसके अलावा सुरनकोट विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बागी मोहम्मद अकरम ने कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद शाहनवाज को 8 हजार 851 वोटों के अंतर से हरा दिया. इसी तरह मुजफ्फर इकबाल खान ने थानामंडी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मोहम्मद इकबाल मलिक को 6 हजार 179 वोटों से हरा दिया है.

इसके इतर लंगेट विधानसभा सीट पर खुर्शीद अहमद शेख ने 25,984 वोट हासिल किए और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के इरफान सुल्तान पंडितपुरी को 1,602 वोटों के अंतर से हराया दिया. वहीं, शब्बीर अहमद कुल्ले ने शोपियां सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार शेख मोहम्मद रफी को 1,207 वोटों के अंतर से मात दे दी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement