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'AAP कार्यकर्ताओं पर खुलेआम हुआ हमला, मूकदर्शक बनी रही दिल्ली पुलिस', अरविंद केजरीवाल का बड़ा हमला

दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ चुनाव आयोग पर भी जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में खुलेआम आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है, लेकिन दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

Arvind Kejriwal (File Photo) Arvind Kejriwal (File Photo)
आशुतोष मिश्रा/अमित भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:31 PM IST

दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के चीफ अरविंद केजरीवाल ने BJP के साथ-साथ चुनाव आयोग (EC) पर भी निशाना साधा है.

अरविंद केजरीवाल ने कहा,'चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग का कोई अस्तित्व ही नहीं है. AAP कार्यकर्ताओं और लोगों पर खुलेआम हमला हुआ और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रही.'

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कौन सा पद ऑफर किया गया: केजरीवाल

केजरीवाल ने आगे कहा,'लोगों के मन में सवाल आना वाजिब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं. उन्हें पोस्ट रिटायरमेंट ऐसा कौन सा पद ऑफर किया गया है. वह कौन सा पद हो सकता है, जिसके बदले में वे देश को गिरवी रख सकते हैं, देश को दांव पर लगा रहे हैं. क्या गवर्नर का पद है या राष्ट्रपति का पद है.'

'पुलिसवाले नहीं कर पा रहे कोई कार्रवाई'

दिल्ली चुनाव आयोग को लेकर AAP नेता ने कहा,'जहां भी घटना हो रही है, वहां पुलिस वाले वाहन खड़े हैं, जहां घटना हो रही है तो ऐसा कौन सा कानून है, जिसमें यह लिखा है कि बगल में कत्ल हो रहा है और पुलिस वाले उस पर कार्रवाई नहीं कर सकते, यह सब बेकार की बातें हैं.'

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'सारी रात गिरफ्तार करके थाने में रखा गया'

अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा,'वह कौन गुंडा है, जिसके सामने दिल्ली पुलिस थरथराती है. ‌वह कौन गुंडा है, जिससे दिल्ली पुलिस डरती है. पहली बार ऐसा हुआ है. किसी चुनाव में पत्रकारों पर हमले किए गए. दिल्ली में 7 पत्रकारों पर हमले हुए. सारी रात गिरफ्तार करके उन्हें थाने में रखा, जिन्होंने हमला किया उन्हें भगा दिया.'

'EC के दफ्तर से एक किलोमीटर दूर हुई घटना'

उन्होंने कहा,'यह सब किसी रिमोट विलेज की घटना नहीं है, बल्कि संसद और सुप्रीम कोर्ट से 1 किलोमीटर की दूरी पर हुआ. चुनाव आयोग के दफ्तर से 1 किलोमीटर की दूरी पर हुआ.'

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