
दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. अब कुछ ही महीने का वक्त बाकी है. यहां लगातार तीन बार से आम आदमी पार्टी की सरकार है और अब AAP को पटखने के लिए बीजेपी इस बार पूरा जोर लगा रही है. संगठन ने उम्मीदवार चयन से लेकर रणनीति तक पर बेहतर तरीके से होमवर्क पूरा कर लिया है. सबसे पहले फेज-1 एग्जीक्यूट किया जाएगा. साल के आखिरी पड़ाव में दिल्ली की जनता बीजेपी को अपने नए अंदाज में देख सकती है.
इस बार चुनाव में मीनाक्षी लेखी, परवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी जैसे दिग्गज नेता चुनावी मैदान में AAP के खिलाफ माहौल तैयार करेंगे और अपनी पारंपरिक महिला केंद्रित पॉलिसी को जमीन पर उतारेंगे. सूत्रों का कहना है कि आने वाले तीन हफ्तों में बीजेपी पैंडोरा बॉक्स खोलने जा रही है. इसमें दिल्ली के वोटर्स को लुभाने के लिए भी बहुत कुछ शामिल किया गया है.
पूर्व सांसद और दिग्गज नेता लड़ेंगे चुनाव
दिल्ली बीजेपी के सूत्रों ने आजतक को पुष्टि की है कि पार्टी अपने पूर्व सांसदों की लोकप्रियता का इस्तेमाल करना चाहेगी. सूत्रों ने बताया कि बीजेपी AAP के शीर्ष नेताओं के खिलाफ परवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी और रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतार सकती है.
महिला वोटर्स पर बीजेपी का फोकस
सूत्रों ने पुष्टि की है कि बीजेपी दिल्ली में महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए 2 से ज्यादा बड़ी महिला केंद्रित योजनाओं की घोषणा करने पर काम कर रही है. इसकी घोषणा दिल्ली विधानसभा चुनाव के ऐलान की घोषणा से ठीक पहले किए जाने की संभावना है. सूत्रों ने आगे कहा कि जहां तक महिला वोटर्स की बात है तो बीजेपी AAP से आगे निकल जाएगी.
'जमीन पर लागू करते हैं घोषणाएं'
एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, AAP राजस्व के बारे में नहीं सोचती है. और बिना कुछ समझे मुफ्त सुविधाओं और योजनाओं की घोषणा कर देती है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा पहले बजट देखा और फिर योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया. पहले इसका बजट बनाते हैं, फिर घोषणा करते हैं और इसे लागू करते हैं. ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और महाराष्ट्र में क्या हुआ, यह देख सकते हैं. हमारी महिला केंद्रित योजनाओं ने अद्भुत काम किया है. हम ना सिर्फ इसकी घोषणा करते हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि यह जमीन पर लागू हो.
'केजरीवाल पर सीधे हमला नहीं करेगी बीजेपी'
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने फैसला किया है कि वह अरविंद केजरीवाल पर सीधे हमला नहीं करेगी बल्कि दिल्ली में AAP सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाएगी. सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल पर हमला करने से एक व्यक्ति के तौर पर उन्हें काफी प्रमुखता मिलेगी और बीजेपी इसे केजरीवाल बनाम बीजेपी की लड़ाई नहीं बनाना चाहती बल्कि दिल्ली में AAP सरकार के कुकर्मों को उजागर करना चाहती है. पानी की खराब गुणवत्ता, बढ़े हुए बिजली बिल, प्रदूषित यमुना नदी का पानी, दिल्ली में प्रदूषण जैसे मुद्दे दिल्ली में बीजेपी के चुनावी अभियान के फोकस में होंगे.
शीशमहल विवाद पर बड़ा फोकस
जानकार शीर्ष सूत्रों ने कहा, दिल्ली में पार्टी का अभियान शीशमहल विवाद पर ज्यादा केंद्रित होगा क्योंकि इस मुद्दे ने वास्तव में खुद को आम आदमी कहने वाले AAP नेताओं की छवि को नुकसान पहुंचाया है. आने वाले कुछ दिनों में बीजेपी शीशमहल के पोस्टरों के साथ प्रचार कर सकती है, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला जाएगा कि कैसे खुद को आम आदमी का समूह कहने वाली पार्टी ने अपने नेता के शानदार जीवन के लिए दिल्ली के गरीब लोगों को लूटा.
'सत्ता विरोधी लहर बहुत ज्यादा है...'
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कई AAP विधायक हमारी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं. क्योंकि अरविंद केजरीवाल, आतिशी और मनीष सिसोदिया समेत 50 से ज्यादा मौजूदा AAP विधायकों को लेकर सबसे ज्यादा सत्ता विरोधी लहर है. एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, हमारा आंतरिक सर्वे कहता है कि आतिशी की सत्ता विरोधी लहर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से कम है. हम यह भी सुन रहे हैं कि मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज से लड़ने की संभावना नहीं है और अगर ऐसा होता है तो हम निश्चित रूप से जीतेंगे.
'वापस बीजेपी में आना चाहते हैं बागी नेता'
बीजेपी सूत्रों ने आगे दावा किया कि हमारी पार्टी के जो नेता AAP में शामिल हो गए हैं और उन्हें AAP उम्मीदवार घोषित किया गया है, वे अब वापस बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं और बीजेपी से उसी सीट से टिकट पाने की कोशिशें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, AAP को एक एडवांटेज यह है कि वहां सिर्फ एक ही निर्णय लेने वाला है जो एक बार में निर्णय ले सकता है, लेकिन यहां बीजेपी में हमारे पास एक संसदीय बोर्ड है जो पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों पर निर्णय लेता है.
दिल्ली में बढ़ गया है बीजेपी का वोट शेयर
बीजेपी ने अपने समीकरण तैयार कर लिए हैं और अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए तैयार है. बीजेपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि पार्टी के आंतरिक सर्वे के अनुसार, अगर आज चुनाव होते हैं तो बीजेपी 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट शेयर के साथ दिल्ली के लोगों का दिल आसानी से जीत सकती है. 2020 के विधानसभा चुनाव में 38 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर हासिल करने वाली बीजेपी अब लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 50 फीसदी का आंकड़ा पार कर चुकी है.
दिल्ली में MCD चुनाव से बदल गया पैटर्न
एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, दिल्ली में हमारा वोट शेयर लगातार 30-33% रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी दिल्ली में विधानसभा चुनाव जीतती रही है क्योंकि विधानसभा चुनावों में उसे दिल्ली में 40% से ज्यादा वोट शेयर मिलता रहा है. लेकिन अब पिछले एमसीडी चुनाव से यह पैटर्न बदल गया है. हमारे सर्वे के अनुसार, कांग्रेस दिल्ली में बढ़त हासिल कर रही है, जिससे हमें फायदा मिलेगा क्योंकि हमारे खिलाफ मतदान प्रतिशत AAP और कांग्रेस के बीच बंट जाएगा.