
चुनाव आयोग ने आज दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया. दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आजतक से खास बातचीत की और कई सवालों के जवाब दिए. मनीष सिसोदिया इस बार जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.
मनीष सिसोदिया से पूछा गया कि AAP इस बार कितनी सीटें जीतेगी, अभी तक इसे लेकर कोई दावा नहीं किया गया है. जवाब में उन्होंने कहा, 'आज से चुनाव की शुरुआत हुई है, आने वाले समय में दावा भी करेंगे. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है. दिल्ली की जनता केजरीवाल के काम से बहुत खुश है.'
'प्रदूषण पर राष्ट्रीय स्तर के अभियान की जरूरत'
दिल्ली की हवा यानी प्रदूषण के सवाल पर सिसोदिया ने कहा, 'अगर सिर्फ दिल्ली की हवा ठीक करनी होती तो केजरीवाल जी ठीक कर चुके होते लेकिन उत्तर भारत के सभी शहरों की जिस तरह हवा खराब है, उसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अभियान की जरूरत है.
20 सीटिंग विधायकों के टिकट काटने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'कोई भी पार्टी जब चुनाव लड़ती है तो उम्मीदवारों में बदलाव करती है, हमने भी किए हैं. हमने हर बार टिकट में बदलाव किए हैं. किसी सीट पर अगर लगता है कि यहां उम्मीदवार बदलना चाहिए तो हमने किया. यह हर चुनाव में होता है, हर पार्टी करती है.'
पटपड़गंज के बजाय जंगपुरा से क्यों लड़ रहे चुनाव?
पटपड़गंज के बजाय जंगपुरा से टिकट दिए जाने के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 'मैंने अवध ओझा से कहा कि आप आकर चुनाव लड़िए. हम चाहते हैं कि एजुकेशन पर काम करने वाले चुनाव लड़ें. उन्होंने मुझसे सीधे कहा था कि मैं लड़ूंगा लेकिन आप अपनी सीट से लड़ाएंगे. मैंने कहा कि आप आ जाइए अपनी सीट से लड़ा देंगे. तो उन्हें पटपड़गंज से लड़वा दिया. मैंने पूरी दिल्ली का शिक्षामंत्री रहा, पूरी दिल्ली का मुझसे प्रेम है. मैं किसी भी सीट से लड़ सकता था. मैं जंगपुरा से चुनाव लड़ रहा हूं.'
क्या दोबारा डिप्टी सीएम बनेंगे मनीष सिसोदिया?
डिप्टी सीएम के सवाल पर सिसोदिया ने कहा, 'अभी तो मैं विधायक बनने के लिए लड़ रहा हूं. मैंने खुद को शिक्षा पर काम करने के लिए राजनीति में समर्पित किया है. मेरा सपना है कि दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले. मैं अपना पूरा जीवन शिक्षा को समर्पित कर चुका हूं. शिक्षा के लिए मुझे जो भी रोल मिलेगा, मुझे वो करने में मजा आएगा. बाकी सब तो साइड की जिम्मेदारियां हैं. मेरे लिए मंत्री या उपमुख्यमंत्री मायने नहीं रखता, मुझे बस शिक्षा पर काम करना है.'
'किसी भी पार्टी में नेता सिर्फ एक होता है'
मनीष सिसोदिया ने व्यक्ति केंद्रित राजनीति के सवाल पर कहा, 'किसी भी पार्टी में एक समय पर एक ही नेता होता है. आज से 10 साल बाद, 50 साल बाद कोई और नेता होगा और पूरी पार्टी में वही होगा. नेता एक ही होता है और सारी टीम उसके पीछे चलती है.'
'पंजाब की जनता से किया हर वादा पूरा करेंगे'
पंजाब में AAP सरकार द्वारा किए गए वादों के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 'हां, हमने बहुत सारे वादे किए हैं जिनमें से कुछ काम हुए हैं, कुछ काम अधूरे रह गए हैं. हमने 15 लाख जैसा वादा नहीं किया. केजरीवाल ने एक भी बात के लिए नहीं कहा कि वह जुमला था. उन्होंने कहा कि हां, हमें करना है.'
उन्होंने कहा, '100 काम हमने कहे. उसमें से अगर 80 काम हो गए हैं, 20 काम नहीं हुए तो 10 काम शुरू हो गए हैं, 10 काम अभी शुरू नहीं हुए हैं. हम वो काम भी करेंगे. आपने पंजाब की बात उठाई. हमने पंजाबी जनता से इतने वादे किए हैं. 5 साल पंजाबी जनता ने हमें दिए हैं. हमने स्कूल का वादा किया, हम शानदार स्कूल बना रहे हैं. हम मोहल्ला क्लिनिक बना रहे हैं. पांच साल में वहां का हर वादा पूरा होगा. पंजाब में भी करेंगे, दिल्ली में भी करेंगे. दिल्ली में सरकार बनने के बाद जो वादे छूट गए हैं, उन्हें भी पूरा करेंगे.'
जंगपुरा से मैदान में मनीष सिसोदिया
पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पटपडगंज के बजाय जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. हाल ही में पार्टी में शामिल हुए शिक्षाविद् अवध ओझा सिसोदिया की जगह पटपडगंज सीट से चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी का आरोप है कि सिसोदिया हार की डर की वजह से अपनी सीट छोड़कर जंगपुरा गए हैं.
पटपड़गंज सीट से मनीष सिसोदिया तीन बार विधायक रह चुके हैं. 2020 में हुए चुनाव में उन्हें यहां से बीजेपी के रविन्द्र सिंह नेगी से कड़ी टक्कर मिली थी और बहुत करीबी मुकाबले में वह महज 3207 वोटों से चुनाव जीत पाए थे. तब शुरुआती रुझानों में मनीष सिसोदिया बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन बाद में बीजेपी उम्मीदवार ने उन्हें कड़ी टक्कर दी.