
दिल्ली (Delhi) अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में एनडीए अपनी पूरी ताकत दिखाने के लिए हर स्तर पर तैयारियों में जुटी हुई है. जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की कुछ विधानसभा सीटें अपने सहयोगी दलों को भी दे सकती है. जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी और जीतन राम मांझी की HAM ने दिल्ली में विधानसभा सीटों की डिमांड रखी है.
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दो सीटें जेडीयू और एक सीट लोक जनशक्ति पार्टी को दी थी. जेडीयू ने बुराड़ी और संगम विहार सीटों पर और लोक जनशक्ति पार्टी ने सीमापुरी सीट पर चुनाव लड़ा था.
हालांकि, अगर नतीजों की बात की जाए तो, जेडीयू और एलजेपी कोई सीट नहीं जीत सकी थी. जेडीयू को 84 हजार वोट यानी 0.91 फीसदी और एलजेपी को करीब 33 हजार वोट यानी 0.35 फीसदी वोट ही मिल सके थे.
मिल कर करेंगे प्रचार
दिल्ली में 25 दिसंबर को हुई एनडीए की मीटिंग में दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई. इस दौरान हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत के लिए बधाई भी दी गई. झारखंड का भी जिक्र हुआ, जहां एनडीए के घटक दलों ने मिल कर चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने सहयोगी दलों के बड़े नेताओं को दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए आमंत्रित किया है.
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दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली वोटर्स पर नजर
सूत्रों के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान दिल्ली में एनडीए के लिए प्रचार कर सकते हैं.
दिल्ली में बड़ी तादाद में पूर्वांचली वोटर्स हैं. इन्हें एनडीए के पाले में लाने पर ध्यान दिया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी बिहार के नेताओं पर होगी. बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड मूल के करीब 25 फीसदी मतदाता दिल्ली में रहते हैं. इनका करीब 20 सीटों पर दबदबा है. इनमें गोकलपुर, मटियाला, द्वारका, नांगलोई, करावल नगर, जनकपुरी, त्रिलोकपुरी, बुराड़ी, उत्तम नगर, संगम विहार, जनकपुरी, त्रिलोकपुरी, किराड़ी, विकासपुरी और समयपुर बादली जैसी सीटें शामिल हैं.
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नायडू और शिंदे को बड़ी जिम्मेदारी
मराठी और तेलुगु भाषी वोटरों पर शिंदे और नायडू को जिम्मदारी सौंपी जाएगी. दिल्ली में करीब 30 लाख दक्षिण भारतीय रहते हैं. इनमें करीब 8-9 लाख तेलुगु भाषी हैं. मयूर विहार, दिलशाद गार्डन, आरके पुरम, महरौली, रोहिणी, कालकाजी, द्वारका, उत्तम नगर और विकासपुरी के कुछ इलाकों में बड़ी तादाद में दक्षिण भारतीय रहते हैं. बीजेपी चाहती है कि दिल्ली की जनता के बीच एनडीए की एकजुटता का संदेश जाए.