
दिल्ली विधानसभा चुनाव में डाले के मतदानों की कल यानी 8 फरवरी को काउंटिंग होनी है. ऐसे में चुनाव आयोग और प्रशासन सुरक्षा को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित तरीके से रखा गया है. राजधानी की 19 जगहों पर हर एक विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 70 स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान किए गए ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. 7 बिंदुओं को ध्यान में रख कर सुरक्षा घेरा बनाया गया है.
दिल्ली की मुख्य चुनाव अधिकारी एलिस वाज़ ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के एजेंट्स/प्रतिनिधियों को सीसीटीवी फीड के जरिए चौबीसों घंटे इन स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से निगरानी करने की अनुमति है. स्ट्रांग रूम के स्थानों पर उनके आरामदायक रहने के लिए उचित व्यवस्था की जाती है, जहां सीसीटीवी फीड मॉनिटर पर दिखते रहते हैं.
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काउंटिंग के लिए 5 हजार कर्मचारी
प्रतिनिधियों को सुरक्षा उपायों का निरीक्षण करने, सत्यापित करने और आश्वस्त होने के लिए समय-समय पर बैचों में आंतरिक परिधि तक पहुंच की अनुमति भी दी जाती है. सुचारू और निष्पक्ष मतगणना प्रक्रिया के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं.
मतगणना पर्यवेक्षकों, मतगणना सहायकों, माइक्रो ऑब्जर्वर, सांख्यिकी कर्मचारियों और अन्य सहायक कर्मियों सहित करीब 5 हजार कर्मचारियों को मतगणना प्रक्रिया के लिए तैनात और प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5 वीवीपीएटी की मतदाता पर्ची की गिनती रैंडम रूप से की जाएगी.