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दिल्ली चुनावों (Delhi Election) में तमाम राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ प्रचार के लिए AI कंटेंट का उपयोग किया जा रहा है. इस संबंध में चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है. आयोग ने सभी राष्ट्रीय और राज्य मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के अध्यक्षों/महासचिवों/अध्यक्षों को एक पत्र में कई सलाह दी है.
गुरुवार को ECI ने राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों को चुनाव प्रचार में उपयोग की जाने वाली किसी भी सिंथेटिक या AI-जनित सामग्री को स्पष्ट रूप से लेबल करने की सलाह दी. यह कदम AI के बढ़ते उपयोग और मतदाता की राय और विश्वास पर इसके प्रभाव की संभावनाओं को देखते हुए उठाया गया है.
'डीप फेक्स' की रोकथाम करना उद्देश्य
सोशल मीडिया के नैतिक उपयोग और 'डीप फेक्स' की रोकथाम के संबंध में पूर्व दिशा-निर्देशों के बाद, ECI अब अभियान सामग्रियों में स्पष्ट लेबलिंग और AI या अत्यधिक परिवर्तित सामग्री के उपयोग की स्थिति में अस्वीकरण शामिल करने की जरूरत बताता है.
इस उपाय का मकसद पारदर्शी, जिम्मेदार प्रचार सुनिश्चित करना और मतदाताओं को उस कंटेंट के स्रोत के बारे में सूचित रखना है, जो वे देख रहे हैं. चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से गुजारिश की है कि वे इस एडवाइजरी का पालन करें, जिससे चुनाव में निष्पक्षता और समानता बनी रह सके. यह सलाह न केवल चुनावी प्रक्रियाओं में खुलेपन को बढ़ावा देने के लिए है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए है कि कोई भी पार्टी या उम्मीदवार तकनीकी नवाचारों का गलत उपयोग करके अनुचित फायदा न उठा सके.
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5 फरवरी को वोटिंग
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा, जबकि 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. सत्तारूढ़ AAP ने 2015 और 2020 के चुनावों में 67 और 62 सीटों के साथ जीत हासिल की और राजधानी में हैट्रिक बनाने का लक्ष्य रखा है. चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है. वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है.