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महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश की राजधानी मुंबई में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई का मंच सजा. इस आयोजन के दूसरे दिन महाराष्ट्र सरकार के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी शिरकत की. डिप्टी सीएम फडणवीस ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच से अजित पवार की पार्टी से गठबंधन को लेकर उठ रहे सवालों से लेकर किरीट सोमैया के कैंपेन कमेटी से इस्तीफे तक, हर सवाल के जवाब दिए. उन्होंने लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी को अधिक सीटें मिलने से जुड़े सवाल का भी जवाब दिया.
डिप्टी सीएम फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं में असंतोष और किरीट सोमैया के कैंपेन कमेटी से इस्तीफे के सवाल पर कहा कि राजनीति में कई सवालों का जवाब समय होता है. हमारे कार्यकर्ता ये समझ रहे हैं. किरीट सोमैया ने ये कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि खुलकर काम नहीं कर पा रहे हैं. इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि हम हर सवाल का जवाब कार्यकर्ताओं को नहीं दे पाएंगे और हमारे कार्यकर्ता समझदार हैं. कई बार जैसी राजनीतिक परिस्थितियां बनती हैं, उनमें आगे जाना पड़ता है.
कार्यकर्ता चाहते हैं कि आप सीएम बनें, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन पार्टियों का गठबंधन है तो तीनों ही अपना सीएम चाहेंगे. मेरी बात है तो पांच साल सीएम रहा हूं. अब बनूं या ना बनूं, फर्क नहीं पड़ता. हमें वास्तविकता में जीना है. अजित पवार की पार्टी से गठबंधन को लेकर उठते सवालों और लोकसभा चुनाव में सहयोगियों के वोट ट्रांसफर नहीं पाने को लेकर सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि जहां जवाब देना था, दे चुका हूं. शिवसेना का वोट हमें ज्यादा मिला, अजित दादा की पार्टी का वोट कम मिला. उन्होंने कहा कि शिवसेना हमारी पुरानी सहयोगी है इसलिए उसका वोट ट्रांसफर होना ज्यादा आसान था. अजित की पार्टी के खिलाफ हम लड़ते आए हैं, ऐसे में वोट ट्रांसफर चुनौती था.
देवेंद्र फडणवीस ने ये भी कहा कि दोनों पार्टियां एक तरह से नई पार्टियां थीं और उनके लिए ये चुनाव अपने वोटर को सेटल करने का था. अब ये पार्टियां भी सेटल हो गई हैं और गठबंधन भी. उन्होंने दावा किया कि इसका फायदा हमें विधानसभा चुनाव में मिलेगा. विपक्ष का नेता रहते हुए 70 हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले का आरोप लगाते हुए जिस नेता को सबसे अधिक निशाने पर लिया, उसे ही साथ लाकर कोर वोटर को सबसे ज्यादा निराश किया है. इस सवाल पर फडणवीस ने कहा कि संघ और पार्टी को एक्सप्लेन कर चुका हूं, आपको करना बाकी है. हमारे वोटर्स को ये पसंद नहीं आया. लेकिन अब हमारे 80 फीसदी लोगों को हम ये समझाने में सफल रहे हैं कि हमने ऐसा क्यों किया.
कोर्स करेक्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी जो कोर्स चल रहा है, उसी में अपीयर होना है. थोड़ा प्रैक्टिकल व्यू हमें लेना पड़ेगा. नंबर्स पर हम न जाएं. जीतने की संभावना और परसेप्शन का मामला होता है, हमें सीटों के नंबर की जगह जीतने की संभावना के आधार पर काम करने की जरूरत है. सीट शेयरिंग को लेकर सवाल पर फडणवीस ने कहा कि हमने 80 फीसदी सीटें चिह्नित कर ली हैं कि कौन किस पर लड़ेगा. 20 फीसदी भी जल्दी चिह्नित कर लेंगे. उन्होंने बदलापुर एनकाउंटर को लेकर कहा कि हम इसमें विश्वास नहीं करते. न्याय प्रक्रिया में रुल ऑफ लॉ फॉलो होना चाहिए और अपराधी को जल्दी और कठोर दंड मिलना चाहिए.
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डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर कोई अपराधी बंदूक छीनकर पुलिस पर गोली चलाता है तो पुलिस ताली नहीं बजा सकती. आत्मरक्षा के लिए कहिए या एनकाउंटर कहिए, पुलिस गोली चलाएगी. उन्होंने कहा कि जजों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन जब सामने कोई गन लेकर खड़ा हो तो आप ये नहीं कह सकते कि यहां क्यों मारा, वहां क्यों मारा. तफ्तीश शुरू हो गई है, फेयर इन्वेस्टिगेशन होगी. फडणवीस ने इस घटना के बाद लगाए अपने पोस्टर को लेकर कहा कि यह गलत है. ऐसी घटना का महिमामंडन नहीं होना चाहिए.
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चुनाव बाद दिल्ली जाने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने वाला आदमी नहीं हूं. हकीकत में जीता हूं. पार्टी जब जो कहेगी तब वो करूंगा. ज्यादा मजा कहां आएगा, इस सवाल पर फडणवीस ने कहा कि ज्यादा मजा तो नागपुर में आएगा लेकिन रह कहा पाएंगे. उन्होंने मराठा आरक्षण को लेकर कहा कि हमने 10 फीसदी आरक्षण दिया. मनोज जरांगे पाटिल जिस मांग पर रुके हुए हैं, वह है कि ओबीसी के तहत आरक्षण दीजिए. उन्होंने कहा कि हमने ऑल पार्टी मीटिंग की थी. उसमें शरद पवार और नाना पटोले भी आए थे.
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डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि सबने रिजॉल्यूशन साइन किया है कि मराठा आरक्षण मिलना चाहिए लेकिन किसी और के आरक्षण में से नहीं. मनोज जरांगे मुझपर आरोप लगाते हैं. आप कहते हो कि हमारे कारण नहीं हो रहा है तो जिनका आपने लोकसभा चुनाव में समर्थन किया है, उनसे लिखवा लो कि हम सत्ता में आएंगे तो मराठा को ओबीसी में आरक्षण देंगे और उनकी मदद कर दो. देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि चुनाव में इसका जितना असर लोगों को लगता है, उतना होगा नहीं.