
हरियाणा में कांग्रेस की लिस्ट तकरीबन फाइनल हो चुकी है. सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों का फार्मूला क्या तय होता है. बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों में बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है. बस ऐलान होना बाकी है. लेकिन इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की हो रही है कि कांग्रेस रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को हरियाणा विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार बना सकती है. इस चर्चा को आज बुधवार को तब और रफ्तार मिल गई जब राहुल गांधी ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया से मुलाकात की. श्रीनगर रवाना होने से राहुल गांधी संग दोनों पहलवानों की तस्वीर जारी हुई.
दरअसल, बुधवार की सुबह काली विंडो वाली एक सफेद एसयूवी दस जनपथ में घुसी और हर किसी की नजर इसी पर थी कि इस गाड़ी में कौन बैठा है. करीब आधे घंटे बाद गाड़ी राहुल गांधी के सरकारी बंगले से निकली. गाड़ी में बैठे मेहमानों को लेकर सस्पेंस तब दूर हुआ जब कांग्रेस ने दो कुश्ती चैंपियन विनेश फोगट और बजरंग पूनिया की विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ तस्वीर जारी की. इसके बाद राजनीतिक पारा बढ़ गया. कयास लगने शुरू हो गए कि क्या कांग्रेस दोनों पहलवानों को हरियाणा के चुनावी अखाड़े में उतारने की तैयारी में है?
राहुल गांधी के साथ बैठक ने हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों में विनेश फोगट और बजरंग पूनिया के चुनावी राजनीति में उतरने की संभावना को बढ़ा दिया है. यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा मास्टरस्ट्रॉक साबित हो सकता है, क्योंकि वह न केवल जाट वोटों को एकजुट करना चाहती है, बल्कि भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी वोटों को भी अपने पक्ष में करना चाहती है.
राज्यसभा नहीं तो विधानसभा ही सही!
बता दें कि कांग्रेस शुरू से ही भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की गंभीरता को समझती रही है और पहलवानों के मुद्दे पर सरकार पर सीधा हमला बोलती रही है. चूंकि हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक में विनेश गोल्ड मेडल से चूक गईं, इसलिए उनकी इस बड़ी उपलब्धि के लिए एकजुटता दिखाने के लिए हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा उन्हें राज्यसभा भेजने का विकल्प पार्टी के सामने रख दिया था. हालांकि, विनेश उम्र सीमा में खरी नहीं उतरीं. ऐसे में आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को अपनी बात पर अमल करने का एक नया मौका मिल गया है. इससे भाजपा को संवेदनशील महिला सुरक्षा मुद्दे पर कांग्रेस घेर सकती है.
विनेश को चरखी दादरी नहीं, इस सीट से मिल सकता है टिकट
अब सवाल उठता है कि दोनों पहलवानों को कांग्रेस कहां से चुनाव लड़ाने की तैयारी में है. चर्चा थी कि विनेश को चरखी दादरी से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. कारण, चरखी दादरी उनका जन्म स्थान है. लेकिन जानकारी यह भी सामने आ रही है कि फोगाट की जींद जिले के जुलाना विधानसभा क्षेत्र से उनके लड़ने की संभावना अधिक है. कारण, जुलाना उनका ससुराल है और उनके परिवार का वहां प्रभाव है. वहीं चरखी दादरी में अगर भाजपा उनकी चचेरी बहन बबीता फोगाट को उतारती है तो कहानी अलग हो सकती है, जो चचेरी बहनों के बीच टकराव का कारण बन सकता है. अपनी हालिया लोकप्रियता के दम पर विनेश स्पष्ट रूप से इस तरह के टकराव से बचना चाहेंगी.
बजरंग को इस सीट से उतार सकती है कांग्रेस
दूसरी ओर बजरंग पूनिया को बादली से टिकट मिल सकता है, जहां से वे आते हैं. हालांकि कांग्रेस के लिए इसमें थोड़ी जोड़-तोड़ की जरूरत होगी क्योंकि उसके मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स को बाहर बैठना पड़ेगा. उन्हें मनाना मुश्किल नहीं होगा क्योंकि यह रोहतक लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है और हुड्डा परिवार ने इस पर पहले ही अपना होमवर्क कर लिया है. कांग्रेस पहलवानों की सद्भावना को अपने पक्ष में करने की उम्मीद कर रही है और उसे लगता है कि स्टार खिलाड़ियों के शामिल होने से खिलाड़ियों के राज्य के नाम से प्रसिद्ध हरियाणा में उसके मजबूत उम्मीदवारों की लिस्ट पूरी हो जाएगी.