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जम्मू-कश्मीर में NOTA से भी पीछे AAP और BSP, इन दलों की भी हालत खराब

जम्मू और कश्मीर पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को सिर्फ 3 सीटें मिलीं. वहीं जम्मू और कश्मीर पीपल कॉन्फ्रेंस (JPC), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (M) CPI(M) और आम आदमी पार्टी एक-एक सीट हासिल कर सकी. वहीं, 7 निर्दलीय प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कई पार्टियों से ज्यादा वोटर्स ने नोटा पर भरोसा जताया.

कई पार्टियों से ज्यादा वोट शेयर NOTA का रहा कई पार्टियों से ज्यादा वोट शेयर NOTA का रहा
आदित्य बिड़वई
  • श्रीनगर,
  • 08 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 10:54 PM IST

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इस चुनाव में जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने जीत हासिल की है. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, बीजेपी 29 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही. महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी.  

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नोटा का वोट शेयर 1.48 प्रतिशत

जम्मू और कश्मीर पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को सिर्फ 3 सीटें मिलीं. वहीं जम्मू और कश्मीर पीपल कॉन्फ्रेंस (JPC), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (M) CPI(M) और आम आदमी पार्टी एक-एक सीट हासिल कर सकी. 

वहीं, 7 निर्दलीय प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कई पार्टियों से ज्यादा वोटर्स ने नोटा पर भरोसा जताया. करीब 84397 लोगों ने नोटा का बटन दबाया. नोटा का वोट शेयर 1.48 प्रतिशत रहा. 

कितना रहा वोट प्रतिशत?

बाकी पार्टियों के वोट शेयर की बात की जाए तो AAP का वोट शेयर 0.52 प्रतिशत, AIFB का 0.02, BJP का 25.64, BSP का 0.96, CPI(M) का 0.59, INC का  11.97, JD(U) का 0.13, JKN का 23.43, JKNPPB का 0.13, JKNPPI का 1.16, JKPDP का 8.87, NCP का 0.03, RASLJP का 0.02, SHS (UBT) का 0.05, SHSUBT का 0.00, SP का 0.14 और अन्य का 24.83 फीसदी रहा.

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जम्मू-कश्मीर में हुई 63.45 फीसदी वोटिंग

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर तीन फेज में वोटिंग हुई थी. यहां पहले चरण के तहत 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण के तहत 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. तीनों फेज में मिलाकर 63.45 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने दम पर अकेले ताल ठोक रहे थे.

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