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J-K Election: चाचा-भतीजे के मुकाबले ने बढ़ाया राजनीतिक पारा, राजौरी के बुधल सीट पर गजब की टक्कर

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में बीजेपी के चौधरी जुल्फिकार अली और उनके भतीजे और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार जावेद इकबाल चौधरी के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है. इस चुनावी रण में यह देखना दिलचस्प होगा कि चाचा और भतीजे में से कौन जीत का सेहरा पहनेगा और जनता के उम्मीदवों पर खरा उतरेगा.

जम्मू-कश्मीर चुनाव की तस्वीर (फाइल फोटो) जम्मू-कश्मीर चुनाव की तस्वीर (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:52 PM IST

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बुधल सीट पर चाचा-भतीजे के बीच सीधी टक्कर ने राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है. बीजेपी के चौधरी जुल्फिकार अली और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार जावेद इकबाल चौधरी के बीच का यह मुकाबला चर्चा का केंद्र बना हुआ है. चाचा और भतीजे के इस संघर्ष ने पूरे क्षेत्र की निगाहें अपनी ओर खींची है.

चौधरी जुल्फिकार अली, दो बार के विधायक और पूर्व मंत्री हैं. उन्होंने बीजेपी में शामिल होते ही अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया था. उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा जनता के लिए काम किया है और मेरे अनुभव की गवाही क्षेत्र की जनता देगी. मुझे पूरा विश्वास है कि बीजेपी सरकार बनाएगी." अली ने बीजेपी की तारीफ करते हुए कहा कि पार्टी ने गुज्जर और बकरवाल समुदाय के लिए एसटी आरक्षण जैसे अहम मुद्दे सुलझाए हैं.

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दूसरी ओर, भतीजे जावेद इकबाल चौधरी ने अपने चाचा की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान विकास की कमी रही है. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा, "लोगों को ऐसे नेता की जरूरत है जो उनके कल्याण के लिए वास्तव में काम करे. हमारे चुनावी जीत में जनता का समर्थन हमारे पक्ष में रहेगा."

वंशवादी राजनीति का खात्मा चाहते हैं स्थानीय नेता

चुनावी जंग में पीडीपी उम्मीदवार गुफ्तार अहमद और बीएसपी के अब्दुल राशिद भी मैदान में हैं. अहमद ने कहा कि क्षेत्र में वंशवादी राजनीति का खात्मा होना चाहिए. स्थानीय मुद्दों में बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और पर्यटन शामिल हैं. खासतौर पर खसथल-खवास मार्ग की जर्जर हालत और बुधल को शोपियां से जोड़ने की मांग प्रमुख हैं.

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बुधल सीट पर मतदाताओं की संख्या और माहौल

स्थानीय अब्दुल गनी चौधरी ने कहा, "हमें ऐसा नेता चाहिए जो विकास के वादों को पूरा कर सके," दूसरे मतदाता ने कहा, "खवास की कई स्कूलें जर्जर हालत में हैं." बुधल सीट पर कुल 95,072 पात्र मतदाता हैं, जिनमें 44,761 महिलाएं शामिल हैं और 136 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. परिसीमन के दौरान इसे विधानसभा की सीट बनाया गया था.

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