
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन को 49 सीटें मिली हैं. वहीं बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की है. पीडीपी का प्रदर्शन इस चुनाव में निराशाजनक रहा. उसे सिर्फ तीन सीटें ही मिल पाईं. जम्मू-कश्मीर के चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी शामिल थी. नतीजे आने के बाद जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की नीतीश कुमार की उम्मीदों को झटका लगा है.
जेडीयू के तीनों उम्मीदवारों की जमानत जब्त
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में जेडीयू को सिर्फ 0.13 फीसदी वोट मिला. बता दें कि जेडीयू ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कुल तीन उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन जेडीयू के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई और पार्टी बुरी तरह हार गई.
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो इस चुनाव में कई पार्टियों से ज्यादा वोटर्स ने नोटा पर भरोसा जताया. करीब 84397 लोगों ने नोटा का बटन दबाया. नोटा का वोट शेयर 1.48 प्रतिशत रहा. न सिर्फ जेडीयू बल्कि आम आदमी पार्टी और बसपा जैसी पार्टियां भी नोटा से पीछे रह गईं.
कितना रहा वोट प्रतिशत?
बाकी पार्टियों के वोट शेयर की बात की जाए तो AAP का वोट शेयर 0.52 प्रतिशत, AIFB का 0.02, BJP का 25.64, BSP का 0.96, CPI(M) का 0.59, INC का 11.97, JD(U) का 0.13, JKN का 23.43, JKNPPB का 0.13, JKNPPI का 1.16, JKPDP का 8.87, NCP का 0.03, RASLJP का 0.02, SHS (UBT) का 0.05, SHSUBT का 0.00, SP का 0.14 और अन्य का 24.83 फीसदी रहा.
जम्मू-कश्मीर में हुई 63.45 फीसदी वोटिंग
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर तीन फेज में वोटिंग हुई थी. यहां पहले चरण के तहत 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण के तहत 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. तीनों फेज में मिलाकर 63.45 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने दम पर अकेले ताल ठोक रहे थे.