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'मैं गीता भेजूंगा... पत्नी रो पड़ी थीं...', केजरीवाल-सिसोदिया की हार पर खूब बरसे कुमार विश्वास

कुमार विश्वास ने कहा कि मुझे उस आदमी से कोई सहानुभूति नहीं है जिसने अपनी व्यक्तिगत महत्वकांक्षा के लिए अन्ना आंदोलन से निकले लाखों-करोड़ों कार्यकर्ताओं के सपनों को कुचल दिया. दिल्ली अब उससे आजाद है. उसने AAP कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं के लिए किया. आज न्याय मिल गया.

आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास. (PTI Photo) आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास. (PTI Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST

दिल्ली चुनाव के नतीजों पर अरविंद केजरीवाल के कई पुराने साथियों की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. इनमें हिंदी के मशहूर कवि डॉ. कुमार विश्वास भी शामिल हैं. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बीतचीत में भारतीय जनता पार्टी को जीत की बधाई दी. कुमार विश्वास ने कहा- मैं उम्मीद करता हूं बीजेपी दिल्ली के मतदाताओं की आशा और अपेक्षा पर खरी उतरेगी और उनकी आकांक्षाओं की प्रतिपूर्ति करेगी. उन्होंने आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुझ पर राम और कृष्ण की कृपा हुई कि मैं इस सर्कस (आम आदमी पार्टी) से बाहर आ सका. 

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कुमार विश्वास ने कहा, 'जब हमें मनीष सिसोदिया के जंगपुरा से हारने की खबर मिली तो मेरी अराजनीतिक पत्नी रो पड़ीं.  क्योंकि मनीष ने उसी से कहा था कि अभी तो है ताकत. मेरी पत्नी ने जवाब में कहा था कि भइया ताकत सदैव तो नहीं रहती. मैं उन्हें गीता भेजूंगा.' अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना उन पर टिप्पणी करते हुए कुमार विश्वास ने कहा- 'मुझे उस आदमी से कोई सहानुभूति नहीं है जिसने अपनी व्यक्तिगत महत्वकांक्षा के लिए अन्ना आंदोलन से निकले लाखों-करोड़ों कार्यकर्ताओं के सपनों को कुचल दिया. दिल्ली अब उससे आजाद है. उसने AAP कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं के लिए किया. आज न्याय मिल गया. ' 

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उन्होंने कहा, 'मेरे लिए यह व्यक्तिगत प्रसन्नता या दुख का विषय नहीं है. लेकिन इस बात की प्रसन्नता जरूर है कि न्याय हुआ. आशा करता हूं कि आने वाले लोग और बाकी दल इससे सीख लेंगे और सत्ता पाने के बाद अहंकारी नहीं होंगे. दिल्ली के नागरिकों को मैं अच्छे शासन के लिए बधाई देता हूं. भारतीय जनता पार्टी अपने नेतृत्व में सरकार बनाकर दिल्ली के जो दुख थे पिछले 10 वर्षों में उसे दूर करे. मैं AAP के समस्त कार्यकर्ताओं से कहना चाहूंगा कि आपने जिस किसी भी लोभ लालच में सबकुछ जानते हुए एक ऐसे व्यक्ति के समर्थन में काम किया, जिसने अपने मित्रों की पीठ में छुरा घोंपा, अपने गुरु को धोखा दिया, अपने साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली महिलाओं को अपने घर लाकर पिटवाया, अब उससे आशा लगानी छोड़ें. अपना-अपना जीवन देखें.'

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दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार हुई है और भाजपा (BJP) 27 वर्षों के बाद राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में वापसी करने जा रही है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में बीजेपी 47 सीटें जीतती हुई दिख रही है, जो बहुमत के आंकड़े 36 से 11 सीटें अधिक हैं. वहीं आम आदमी पार्टी 23 सीटों पर सिमटती हुई प्रतीत होती है. कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली चुनाव में खाता नहीं खोल सकी है. अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सोमनाथ भारती, दुर्गेश पाठक, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज जैसे AAP के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं. आतिशी मार्लेना कालकाजी सीट से बहुत कम अंतर से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी के खिलाफ जीत सकीं.   

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