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'महायुति नहीं महाझूठी', आदित्य ठाकरे ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर साधा निशाना

आदित्य ठाकरे ने कहा, 'सभी को पता है कि महायुति अब महायुति नहीं 'महाझूठी' है और उन पर कोई विश्वास नहीं करता है. यही वजह है कि उन्हें दूसरे राज्यों से प्रचारकों, मुख्यमंत्रियों को प्रचार के लिए बुलाना पड़ रहा है. लेकिन महाराष्ट्र अब बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर भरोसा नहीं करता है जिन्होंने पिछले दो साल में महाराष्ट्र को लूटा है.'

वर्ली से शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार आदित्य ठाकरे वर्ली से शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार आदित्य ठाकरे
राहुल कंवल
  • मुंबई,
  • 11 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:43 PM IST

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर उम्मीदवारों के बीच कांटे का मुकाबला है उनमें मुंबई की वर्ली सीट भी शामिल है. यहां से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे खुद मैदान में हैं. वहीं उनके सामने एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को उतारा है.

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'पिछले ढाई साल से महाराष्ट्र में गैर-कानूनी सरकार है'

इंडिया टुडे के खास कार्यक्रम 'जब वी मेट' में आदित्य ठाकरे से पूछा गया, आप इस विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं. आपको कैसे लगता है कि ये चुनाव लोकसभा चुनाव से अलग है. सरकार को लगता है कि लोकसभा चुनाव में संविधान, दलित आरक्षण मुद्दा बन गए थे लेकिन विधानसभा में ऐसे कोई मुद्दे नहीं हैं.

आदित्य ठाकरे ने जवाब में कहा, 'जब आप संविधान की बात करते हैं तो संविधान बचाने का आंदोलन महाराष्ट्र से ही शुरू हुआ था. अगर देश में कोई एक राज्य है जहां संविधान को दरकिनार किया गया तो वो महाराष्ट्र है. यहां पिछले ढाई साल से एक गैर-कानूनी सरकार है.'

'बदलाव की राजनीति करना चाहती है MVA'

उन्होंने कहा, 'आज सबसे जरूरी मुद्दा यह है कि जो उद्योग और नौकरियां पीएम मोदी ने महाराष्ट्र से लेकर गुजरात को दे दी हैं, वो बहुत दुखद है. जिस तरह किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, जिस तरह का भ्रष्टाचार हम महाराष्ट्र में देख रहे हैं वो बहुत भयानक है. हम ये सब बदलना चाहते हैं. महा विकास अघाड़ी बदलाव की राजनीति करना चाहती है.'

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'बीजेपी और शिंदे पर महाराष्ट्र को नहीं भरोसा'

उनसे पूछा गया, महायुति का आरोप है कि ठाकरे परिवार महाराष्ट्र के विकास में सबसे बड़ा स्पीडब्रेकर है. वे सभी परियोजनाओं में बाधा पहुंचाते हैं और उन्हें रोक देते हैं.

आदित्य ठाकरे ने जवाब दिया, 'सभी को पता है कि महायुति अब महायुति नहीं 'महाझूठी' है और उन पर कोई विश्वास नहीं करता है. यही वजह है कि उन्हें दूसरे राज्यों से प्रचारकों और मुख्यमंत्रियों को प्रचार के लिए बुलाना पड़ रहा है. लेकिन महाराष्ट्र बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर अब भरोसा नहीं करता है जिन्होंने पिछले दो साल में महाराष्ट्र को लूटा है.'

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