
जम्मू कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस 2 दिन के भीतर अपना घोषणापत्र जारी करेगी. उन्होंने भाजपा के चुनावी वादों को 'खोखला' करार दिया. इसके साथ ही कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आने का भरोसा जताया.
एजेंसी के मुताबिक कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आतंकवाद का सफाया करने, कश्मीरी पंडितों की वापसी, पुनर्वास सुनिश्चित करने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने में विफल रही है. कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर मामलों के प्रभारी ने कहा कि क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास सुनिश्चित करने के लिए सरकार गठन के बाद गठबंधन सहयोगियों द्वारा एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम (CMP) तैयार किया जाएगा.
भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार है और पहले चरण के चुनाव से 2 दिन पहले इसकी घोषणा की जाएगी. हमारा घोषणापत्र 'जुमलों' पर आधारित नहीं होगा और हम इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होग - 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर, जबकि मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.
सोलंकी ने कहा कि हमारा नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन है, लेकिन हम अपनी पार्टी की विचारधारा के अनुसार काम करते हैं. जब हम सरकार बनाएंगे, जो कि तय है, तो हम सीएमपी तैयार करेंगे और अपने घोषणापत्र में शामिल सभी वादों को लागू करना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर पूरे देश और दुनिया की नजर है.
एनसी और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन किया है, जिसमें फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी 51 सीटों पर और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. सीपीआई(एम) और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) को एक-एक सीट आवंटित की गई है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस को ज्यादा सीटें दिए जाने पर सोलंकी ने कहा कि पार्टी के लिए लोगों का कल्याण किसी भी चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हम राज्य का दर्जा बहाल करने, सामान्य स्थिति बहाल करने, सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और दोनों क्षेत्रों के बीच संबंधों को मजबूत करने के बारे में अधिक चिंतित हैं.