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केजरीवाल ने जेल जाने के बाद क्यों नहीं दिया इस्तीफा? संदीप पाठक ने बताया

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का मुख्यमंत्री रहते शराब घोटाला केस में जेल जाने के बाद वहीं से सरकार चलाई. पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने अब ये बताया है कि केजरीवाल ने जेल जाने के बाद इस्तीफा क्यों नहीं दिया?

Sandeep Pathak Sandeep Pathak
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST

हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा थी. दोनों दलों के बीच बातचीत भी हुई, बैठकों का दौर भी चला लेकिन दोनों ही पार्टियां अकेले चुनाव मैदान में उतरीं. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने पंचायत आजतक हरियाणा 2024 के 'AAP का क्या होगा?' सेशन में इससे जुड़े सवालों के जवाब दिए.

आम आदमी पार्टी के नेता किसी नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे नहीं कि सड़कों पर उतर इस्तीफे की मांग करने लगते थे. लेकिन अरविंद केजरीवाल जब जेल गए, कहा कि यहीं से सरकार चलाऊंगा. केजरीवाल को इस्तीफा देने में 117 दिन लग गए. इसे लेकर सवाल पर संदीप पाठक ने कहा कि बीजेपी पर साजिशन गिरफ्तारी कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका प्लान था कि केजरीवाल को जेल में डाल देंगे तो नया सीएम बनेगा. फिर पार्टी तोड़ दो. उन्होंने कहा कि दिल्ली में उल्टे आम आदमी पार्टी मजबूत हो गई. संदीप पाठक ने कहा कि केजरीवाल ने जेल में रहकर रिजाइन नहीं किया और बीजेपी का प्लान फेल कर दिया.

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उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने रिजाइन किया जब इसकी कोई जरूरत नहीं थी. संदीप पाठक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जेल में रहते हुए संवैधानिक दायित्वों की पूर्ति के लिए इस्तीफा नहीं दिया और जब बाहर आ गए, तब रिजाइन कर नैतिक दायित्वों की पूर्ति कर ली. केजरीवाल को डराकर आप रिजाइन नहीं ले सकते. उन्होंने कहा कि केजरीवाल हरियाणा के लाल हैं. कट्टर ईमानदार आदमी हैं अरविंद केजरीवाल. केजरीवाल का नैतिक दायित्व ये प्लान फेल करना था.

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आम आदमी पार्टी के संगठ महामंत्री संदीप पाठक ने कहा कि केजरीवाल ने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को रास्ता दिखाया है. केजरीवाल ने जेल से छूटते ही सीएम से रिजाइन करने का निर्णय लेने में दो मिनट भी नहीं लगाए. उन्होंने कहा कि जब आप पर लांछन लगा हो तो आप सो पाओगे क्या. अब केजरीवाल ने फैसला किया है कि हम जनता की अदालत में जाएंगे. संदीप पाठक ने कहा कि अगर कोर्ट से बरी भी हो जाएं और अगर जनता सोचे कि इसने क्या किया है तो ये बात भी ठीक नहीं.

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अरविंद केजरीवाल 117 दिन बाद नींद से जागे, इसे लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि तब हमारा उद्देश्य था कि दबाव कितना भी आए, हमें संविधान को छिन्न-भिन्न नहीं होने देना है. केजरीवाल जो हरियाणा का लाल है, उसकी भी तरक्की इनसे नहीं देखी जाती. संदीप पाठक ने कहा कि हरियाणा की जनता इन सबका जवाब जरूर देगी. चाहे वह भावनाओं में आकर दे या तरक्की के लिए दे. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी ने आडवाणी से लेकर तमाम नेताओं को हटा दिया कि 75 साल से अधिक उम्र हो गई है. ये 75 साल पर पद क्यों नहीं छोड़ देते.

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दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दौरान जेल का जवाब वोट से कैंपेन के बावजूद सभी सात सीटों पर बीजेपी की जीत को लेकर सवाल पर संदीप पाठक ने कहा कि लोकसभा चुनाव केजरीवाल के नाम पर नहीं, देश के संविधान के नाम पर लड़ा गया था और उसके नतीजे देखिए. चार सौ पार कहने वालों का क्या हाल हुआ. उन्होंने कहा कि विधानसभा का चुनाव रेफरेंडम होगा. दुनिया की एक भी पार्टी, एक भी नेता आकर ये कहे कि ईमानदार हूं तभी वोट देना, मान जाऊंगा.

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