
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया कि वह महाराष्ट्र को बचाने के लिए सहयोगी कांग्रेस या एनसीपी (एसपी) द्वारा घोषित किसी भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे. उन्होंने अगस्त के बाद से दूसरी बार मांग दोहराई है. उद्धव ठाकरे की पार्टी विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है, उद्धव ने यह टिप्पणी उस दिन की जब उनकी सहयोगी कांग्रेस को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है.
सिविल सोसाइटी के सदस्यों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महायुति सरकार पर विधानसभा चुनाव से पहले विज्ञापनों के माध्यम से राज्य में "फर्जी" नैरेटिव सेट करने का आरोप लगाया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक महायुति सरकार की प्रमुख योजना लाडकी बहिण योजना पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन लोगों को आपका पैसा (योजना के माध्यम से) देकर "महाराष्ट्र धर्म" से विश्वासघात कर कर रहा है. उन्होंने शिवसेना-भाजपा-एनसीपी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आश्वासनों की बारिश हो रही है, लेकिन योजनाओं के क्रियान्वयन के मामले में सूखा है. बता दें कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए अगले महीने चुनाव होने की संभावना है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने तब भी यही कहा था और अब भी यही कहता हूं कि कांग्रेस को कोई चेहरा घोषित करना चाहिए या एनसीपी (एसपी) को ऐसा करना चाहिए. मैं उनके द्वारा घोषित किसी भी चेहरे का समर्थन करूंगा, क्योंकि मेरा महाराष्ट्र मुझे प्रिय है. मैं महाराष्ट्र के हितों को देखना चाहता हूं. मेरा संकल्प महाराष्ट्र को बचाने के लिए कुछ भी करने का है.
बता दें कि अगस्त में शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष ठाकरे ने सबसे पहले एमवीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरे को तय करने पर जोर दिया था, बजाय इसके कि कौन सबसे अधिक सीटें जीतता है. साथ ही कहा कि वह सीएम पद के लिए कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) द्वारा घोषित किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे. कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) ने तब यह साफ कर दिया था कि वे विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक सीएम फेस के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते.